जावड़ पंचायत में करोड़ों का फर्जीवाड़ा, कार्ड घोटाले में मजदूरों की कमाई हड़पी

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खंडवा

खंडवा जनपद की जावर पंचायत में जॉब कार्ड को लेकर हुआ करोड़ों क गबन 

खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की जनपद पंचायत के ग्राम जावर में जॉब कार्ड घोटाले का मामला सामने आया है, जिसमें करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है. मजदूरों की मेहनत का पैसा हड़पकर दूसरे खातों में जमा किया जा रहा है, और पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहे हैं. जावर के निवासी और शिकायतकर्ता सुदर्शन सिंह ने खुलासा किया कि उनकी मजदूरी का पैसा किसी और के खाते में डाल दिया गया है.

सुदर्शन सिंह ने बताया कि उन्होंने 2021 में मजदूरी की थी, लेकिन उनका मेहनताना किसी अन्य व्यक्ति के खाते में चला गया. उन्होंने इस मामले को पंचायत में कई बार उठाया, सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. सुदर्शन के अनुसार, उन्होंने जिला पंचायत और कलेक्टर तक अपनी शिकायत पहुंचाई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उनका कहना है कि उनकी मजदूरी की राशि ₹36,500 थी, जो अब तक उन्हें नहीं मिली है.

500 से अधिक जॉब कार्ड फर्जी
सुदर्शन सिंह के अलावा, कई अन्य ग्रामीणों ने भी इसी तरह की शिकायतें की हैं. शिकायतकर्ता दिनेश लाड ने बताया कि ग्राम जावर में मनरेगा योजना के तहत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. करीब 500 से अधिक जॉब कार्ड बंद किए गए हैं, जिनमें खाता नंबर गलत ढंग से दर्ज कर दिए गए थे. दो व्यक्तियों के नाम पर बनाए गए जॉब कार्ड का भुगतान किसी तीसरे व्यक्ति के खाते में जमा हो रहा था. यह भ्रष्टाचार केवल जॉब कार्ड तक सीमित नहीं है, बल्कि पंचायत के विकास कार्यों में भी व्यापक रूप से देखा जा रहा है.

दिनेश लाड ने आरोप लगाया कि गांव में सड़क निर्माण, वृक्षारोपण और जल संरक्षण के लिए धन आवंटित किया गया, लेकिन ये कार्य वास्तव में कभी किए ही नहीं गए. उन्होंने बताया कि पंचायत के भ्रष्ट अधिकारी और सरपंच ने मिलकर करोड़ों रुपये का गबन किया है, जबकि गांव में विकास का कोई काम नजर नहीं आता.

जांच की मांग और अधिकारियों की चुप्पी
दिनेश लाड ने सूचना के अधिकार (RTI) के तहत भ्रष्टाचार की जानकारी मांगी और सीएम हेल्पलाइन सहित कई स्तरों पर शिकायतें दर्ज कीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. लोकल 18 की रिपोर्ट के अनुसार, जनपद पंचायत की पालन अधिकारी निकिता मंडलोई से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने न तो फोन उठाया और न ही मुलाकात के लिए समय दिया.

यह जॉब कार्ड घोटाला केवल मजदूरों की मेहनत की कमाई को हड़पने का मामला नहीं है, बल्कि पूरे ग्राम जावर की विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें दिखाई देती हैं.

Tags: Jobs news, Khandwa news, Local18, Madhyapradesh news

FIRST PUBLISHED :

October 5, 2024, 12:38 IST

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