पलामू: झारखंड के गढ़वा जिले में बाघ का आतंक देखने को मिला, जिसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया है. गढ़वा के दक्षिणी वन क्षेत्र में बाघ के आतंक को देखते हुई इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है. दरअसल, गढ़वा के दक्षिणी वन प्रक्षेत्र से बाघ द्वारा गाय को शिकार बनाने की खबर सामने आई है. इसकी पुष्टि वन विभाग ने भी की है. इसके बाद इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
सुबह 8 बजे से पहले और शाम 8 बजे के बाद लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की जा रही है. गढ़वा डीएफओ इबिन बेनी अब्राहम ने लोकल 18 को बताया कि दक्षिणी वन क्षेत्र में बाघ द्वारा एक गाय का शिकार करने की सूचना मिली. इसके बाद पुष्टि कर पीड़ित को तत्काल 5 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया. इसके साथ मुआवजा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. वहीं, इलाके में हाई अलर्ट किया गया है.
हाथी-भालू के आतंक से लोग परेशान
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से इस इलाके के लोग हाथी और भालू के जानलेवा हमलों से बेहद परेशान थे. ऐसे में बाघ ने भी दस्तक दे दी है, जिसके बाद लोग बेहद डरे सहमे हैं. हालांकि, जगह-जगह वन कर्मी जागरूकता अभियान, माईकिंग और गश्त कर रहे हैं. वहीं, किसी तरह की समस्या होने पर लोगों सूचना देने की अपील कर रहे हैं. वहीं, बाघ आदमखोर नहीं है, वन विभाग ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
हाई अलर्ट जारी
डीएफओ ने बताया कि इस हादसे के बाद से आसपास के इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है. इलाके में माईकिंग के साथ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है. अकेले घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है. रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक मवेशियों के साथ जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की जा रही है.
पहले भी बाघ कर चुका शिकार
बता दें कि पिछले वर्ष तीन साल बाद इस इलाके में मार्च में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के रास्ते बाघ की एंट्री हुई थी, जहां दो दिनों में बाघ ने लगभग 3 शिकार किए थे. इस दौरान कुटकू क्षेत्र में गाय को शिकार बनाने का वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद कई बार पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत बाघ द्वारा मवेशियों को शिकार बनाया गया है. पीटीआर की मानें तो इलाके में अभी भी चार नर बाघ मौजूद हैं.
FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 23:30 IST