Last Updated:January 31, 2025, 16:25 IST
Delhi Chunav News: बीजेपी को उन राज्यों में विभीषणों की जरूरत पड़ रही है, जहां पार्टी बीते कई सालों से सत्ता से दूर है. ऐसे में दिल्ली चुनाव से ठीक पहले 'आप' और अरविंद केजरीवाल के खास कैलाश गहलोत और राजकुमार आन...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में 'विभीषणों' पर क्यों खेला बड़ा दांव?
- कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद क्या बीजेपी के लिए वरदान साबित होंगे?
- बीजेपी में आए 'आप' नेता केजरीवाल पर लगा रहे हैं इस तरह के आरोप.
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगााल, असम, झारखंड और महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली चुनाव में भी ‘विभीषणों’ पर बड़ा दांव खेला है. हालांकि, पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे राज्यों में बीजेपी का यह बंदूक मिसफायर कर चुका है. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे, असम में हिमंता बिस्वा सरमा, झारखंड में चंपाई सोरेन के बाद दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के एक खास सहयोगी रहे नेता पर बड़ा दांव खेला है. हाल ही में ‘आप’ से बीजेपी में आए कैलाश गहलोत को बीजेपी ने बिजवासन से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने एक और ‘आप’ नेता को पार्टी में शामिल कराकर पटेल नगर से उम्मदीवार बनाया है. ऐसे में देखना है कि दिल्ली चुनाव में बीजेपी का यह बंदूक महाराष्ट्र की तरह फायर करेगा या झारखंड की तरह मिसफायर?
बीजेपी दिल्ली चुनाव में विभीषण वाली पॉलिटिक्स करने वाले नेताओं को जबरदस्त तरीके से भुना रही है. ये नेता न केवल चुनाव लड़ रहे हैं, बल्कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के दूसरे नेताओं का राज खोल रहे हैं. इससे बीजेपी इस बार फ्रंटफुट पर बैटिंग करने लगी है और आप बैकफुट पर आ गई है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो आप से बीजेपी में आए इन नेताओं की वजह से ही दिल्ली में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ माहौल बन रहा है. आम आदमी पार्टी के ये नेता अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी का एक-एक राज खोलकर दिल्ली चुनाव में बीजेपी को रेस में सबसे आगे कर दिया है.
दिल्ली चुनाव में कौन आगे, कौन पीछे?
बुधवार की बात है. दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और बिजवासन से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहलोत ने आप सरकार पर एक बड़ा आरोप लगा दिया. गहलोत ने कहा, ‘केजरीवाल ने बिजवासन को एक ऐसा उम्मीदवार दिया है, जिसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक केस हैं. उस प्रत्याशी के खिलाफ बुधवार को भी एक मामला दर्ज किया गया है, जिसमें नकली जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर वह अपने बेटे को क्रिकेट खिलवा रहे थे. आम आदमी पार्टी के विधायक जनता की सेवा करने की बजाय सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं. इसका उदाहरण बिजवासन से आप प्रत्याशी सुरेंद्र भारद्वाज हैं.
कैलाश गहलोत करेंगे खेला?
गहलोत ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने भारद्वाज के खिलाफ धारा 337, 339 और 340 के अंतर्गत केस दर्ज किया है. इस एफआईआर में जिक्र है कि भारद्वाज ने बेटे को क्रिकेट खिलाड़ी बनाने के लिए पहले दिल्ली से जन्म प्रमाण पत्र बनाया फिर अरुणाचल प्रदेश से क्रिकेट खिलाने के लिए वहां से भी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया. बीसीसीआइ ने अपनी फाइंडिंग में उनके बेटे पर दो साल के लिए खेलने के लिए प्रतिबंध भी लगा दिया. इससे स्पष्ट होता है कि आप सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है.’
क्या झारखंड वाला हाल दिल्ली में तो नहीं होगा?
बता दें कि महाराष्ट्र में विभीषण का टेस्ट हो गया. झारखंड में भी विभीषण का टेस्ट हो गया. ऐसे में अब दिल्ली में विभीषण का टेस्ट होना बांकी है. चंपाई सोरेन तो झारखंड में फेल हो गए. अब दिल्ली में कैलाश गहलोत और राजकुमार आनंद जैसे नेताओं का टेस्ट होना बांकी है. हालांकि, अभी तक का रिकॉर्ड बताता है कि चंपाई सोरेन की तरह जितने भी लीडर बीजेपी के साथ आए तकरीबन सभी परीक्षा में फेल साबित हुए.
इसी तरह बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में ममत बनर्जी के खासमखास शुभेंदु अधिकारी को भी पार्टी में लाया, लेकिन वह भी फेल ही साबित हुए. ऐसे में दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने कैलाश गहलोत को लाकर मास्टर स्ट्र्रोक खेला है. कैलाश गहलोत बीजेपी में आते ही आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोल रहे हैं. ऐसे में देखना है कि बीजेपी में आए कई विभीषण क्या दिल्ली की गद्दी से अरविंद केजरीवाल को हटा पाएंगे?
First Published :
January 31, 2025, 16:22 IST