श्रीनगर गढ़वाल. उत्तराखंड के टिहरी जनपद में आज भी कई ऐसे गांव हैं, जो आजादी के बाद से आज तक सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाए हैं. वहीं अब प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के अंतर्गत सड़क से वंचित ग्रामीणों का अब सपना पूरा होगा. इसके लिए PMGSY सड़क से वंचित ग्राम पंचायतों के तोकों का चिह्नीकरण कर रहा है. एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में बसे जिन ग्राम पंचायतों के तोक 250 की आबादी का मानक पूरा करेंगे, उनको जल्द सड़क से जोड़ा जाएगा.
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारियों ने कीर्तिनगर और देवप्रयाग ब्लॉक में अब तक करीब 28 बस्तियों को चिह्नित कर लिया है. ये मोहल्ले और तोक आज भी सड़क से तीन से चार किलोमीटर दूर हैं. भले ही इन तोकों की ग्राम पंचायत सड़क मार्ग से जुड़ चुकी है लेकिन तोकों में रहने वाले लोग आज भी पैदल दूरी नापने को मजबूर हैं. टिहरी जनपद के लोस्तु बड़ियारगढ़ क्षेत्र के नौडा, धोलियाणा, हलपड़ा, कुमेरू जैसे गांवों में आज भी सड़क नहीं पहुंच पाई है. अब प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की ओर से चलाई जा रही इस मुहिम के तहत इस प्रकार के गांवों तक सड़क पहुंचना आसान हो गया है.
गांवों का सत्यापन कर भेजेंगे डीपीआर
PMGSY कीर्तिनगर खंड के अधिशासी अभियंता शिवम रावत ने लोकल 18 को बताया कि PMGSY फोर की स्कीम अभी लॉन्च हुई है. इस स्कीम के अंतर्गत कई गांव ऐसे हैं, जिनकी जनसंख्या 250 से ऊपर है लेकिन आज तक उन गांवों में सड़क नहीं पहुंच पाई है. ऐसे गांवों को सड़क से जोड़ा जाएगा. केंद्र सरकार से पीएमजीएसवाई को निर्देशित किया गया है. 250 से ज्यादा जनसंख्या वाले गांवों का सत्यापन कर उनकी डीपीआर भेजी जाएगी. जिन तोकों तक सड़क नही पहुंची है, उनमें कीर्तिनगर ब्लॉक के 11 गांव और देवप्रयाग के 17 गांव शामिल हैं. वहीं इनके अलावा अन्य ऐसे गांव भी हैं, जिनकी जनसंख्या 250 से कम है लेकिन 2 से 3 तोकों को मिलाकर 250 जनसंख्या हो जाए, तो उनकी भी डीपीआर तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी. इस स्कीम के तहत ग्रामीणों को काफी हद तक सड़क का लाभ मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 14:46 IST