रिपोर्ट- विक्रम कुमार झा
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में लाइन बाजार के पास बीते दिन चोर दिन दहाड़े शोरूम से हीरा लूटकर भाग गए. शहर के बीचों बीच ऐसी घटना होने से लोगों के बीच डर भर गया और तरह-तरह की बातें होने लगी. लोग पुलिस और प्रसाशन पर सवाल करने लगे. अब खबर आ रही है कि बीते दिन हुए तनिष्क शोरूम लूट कांड मामले में पूर्णिया IG शिवदीप लांडे एक्शन मूड में आ गए हैं. उन्होंने इस मामले को पूर्णिया पुलिस की लापरवाही बताया. इसके साथ ही साथ उन्होंने पत्र जारी कर विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ पूर्णिया पुलिस के कई पुलिस पदाधिकारियों के निलंबन की अनुशंसा की है.
बता दें इस संबंध में पूर्णिया के आईजी शिवदीप वामनराव लांडे ने एक लेटर जारी किया है. उसमें लिखा हुआ है कि तनिष्क शोरूम लूट कांड मामले में सहायक थाना प्रभारी थाना के सभी स्टाफ और सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार की लापरवाही सामने आई है. इस पत्र में यह भी लिखा हुआ है कि दिनांक 20 जुलाई 2024 को पूर्णिया जिला के सहायक थाना क्षेत्र के तनिष्क ज्वैलरी शोरूम में दिन के करीब 12:00 बजे अज्ञात अपराधियों द्वारा तनिष्क शोरूम के स्टाफ को बंधक बनाकर हीरे की लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कुल 3 करोड़ 70 लाख रुपए की ज्वेलरी और स्टाफ का मोबाइल लूट लिया गया था.
पूर्णिया शहर के बीचों-बीच और भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित होने के बाद ऐसी घटना होना पूर्णिया पुलिस पर सवाल तो खड़े करती है. वो भी तब और जब अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया. इस संबंध में थाना के थाना अध्यक्ष सहित उक्त थाना के सभी पुलिस प्राधिकारियों के काम करने की शैली पर अब प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं.
थाना में गस्ती हेतु चार पहिया वाहनों के अतिरिक्त बाइक गश्त की भी सुविधा दी गई है लेकिन घटना के समय आसपास पुलिस की किसी प्रकार की गस्त नहीं पाई गई थी. इसके अलावा काफी समय बीत जाने के बाद भी पूर्णिया पुलिस इस लूट कांड की घटना में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति के तौर पर 12 अभियुक्त की गिरफ्तारी और 2 देसी कट्टा के साथ बाइक बरामद ही कर पाने में सफल हो पाई है.
लूटी गई ज्वेलरी में से अभी एक सिर्फ एक हीरे की अंगूठी की बरामद की हुई है जो बरामदगी के नाम पर खाना पूर्ति प्रतीत होती है. इसके साथ ही इस लूट कांड में लूटा गया मोबाइल भी अब तक बरामद नहीं हुआ है और ना ही इस कांड के मुख्य साजिशकर्ता के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई है.
बता दें कि बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रसांगिक पत्र के माध्यम से इस लूट कांड में लूटे गए सामान की बरामदगी नहीं होने की टिप्पणी करते हुए निकटतम इसकी तह तक जाने का निर्देश दिया गया है.
थाना अध्यक्ष का दिखा उदासीन रवैया
जारी पत्र में उल्लेख कर बताया गया की इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद इस प्रकार का उदासीन रवैया थाना अध्यक्ष सहायक थाना और थाना के सभी पदाधिकारी की लापरवाही को दर्शाता है. साथी थाना अध्यक्ष अपने क्षेत्र में इनफार्मेशन जानकारी संकलन करने में भी अब तक सफल नही हो पाये. उन्होंने कहा थाना क्षेत्र अपराध नियंत्रण में उनकी रुचि नहीं है. इस संबंध में क्यों ना थाना अध्यक्ष सहायक थाना और थाने में पदस्थापित सभी पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाए.
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की भी भूमिका संबंधित
जानकारी देते हुए पूर्णिया आईजी शिवदीप लांडे द्वारा जारी पत्र में साफ तौर पर लिखा हुआ है कि इस घटना के संबंध में पूर्णिया सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पूर्णिया की भूमिका संदिग्ध है. उन्हें इस घटना के संबंध में ना तो कोई पूर्वाभास था और ना ही अपने पुलिस प्राधिकारियों पर किसी प्रकार का कोई नियंत्रण था. इसके साथ ही घटना घटित होने के उपरांत भी इस कांड में लूटी गई ज्वेलरी की बरामदगी में कोई रुचि प्रदर्शित नहीं की गई जो काफी असंतोषजनक है. ऐसे में उनके खिलाफ कार्य के प्रति उदासीनता बरतने को लेकर क्यों ना मुख्यालय को उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु अनुशंसा किया जाए. अतः निर्देश है कि उक्त कांड की समीक्षा करते हुए उपरोक्त सभी तथ्यों पर स्वयं जांच कर अपने स्पष्ट मंतव्य के साथ जांच प्रतिवेदन शीघ्र हस्ताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.
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FIRST PUBLISHED :
October 5, 2024, 18:30 IST