सिरोही गौशाला में गाय
सिरोही:- आंधप्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल तिरुमला तिरुपति देवस्थानम में पिछले दिनों लड्डू की शुद्धता पर उठे सवाल और इस विवाद से भक्तों की आस्था के आहत होने के बाद प्रदेश के सिरोही जिले की श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, तिरुमला तिरुपति देवस्थान के चेयरमैन और ईओ को एक प्रस्ताव भेजा गया है. इस प्रस्ताव में मंदिर प्रबंधन द्वारा मंदिर के प्रसाद लड्डू में उपयोग होने वाले घी के लिए गौशाला की स्थापना करवाने और गोधाम पथमेड़ा द्वारा इसके संचालन में सहयोग का प्रस्ताव दिया है.
गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंहल के अनुसार, आंध्रप्रदेश स्थित तिरुमला तिरुपति देवस्थानम की ख्याति देश और दुनियाभर के श्रद्धालुओं में है. प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान गोविंदा के दर्शन के लिए मंदिर में पहुंचते हैं. मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में लड्डू वितरित किए जाते हैं. देश के लाखों श्रद्धालुओं को पता है कि तिरुमला तिरुपति देवस्थान में शुद्ध और पवित्र प्रसाद प्रदान किया जाता है.
गोधाम महातीर्थ की ओर से सुझाव
मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए गोधाम महातीर्थ की ओर से सुझाव दिया है कि तिरुमला तिरुपति देवस्थान के पास भूमि, राशि और समर्पित सेवकों की कोई कमी नहीं है. अगर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम प्रबंधन की ओर से गौशाला की स्थापना की जाती है, तो गोधाम पथमेड़ा इस गोशाला के संचालन में सहयोग को तैयार है. गोशाला की स्थापना करने से वहां डेढ़ लाख से अधिक दुधारू गोवंश की सेवा की जा सकती है. इतनी संख्या में गोवंश की सेवा करने से रोजाना 15 लाख लीटर दूध क्षमता का डेयरी प्लांट लगाया जा सकेगा. इस प्लांट से 15 हजार लीटर घी रोजाना तैयार किया जा सकेगा. इस घी से मंदिर प्रबंधन की ओर से रोजाना लाखों भक्तों को शुद्ध घी से बना प्रसाद वितरित किया जा सकता है.
गौ माता के गोगव्यों का प्रसाद व पूजा में हो उपयोग
गोधाम के गोवत्स विट्ठलकृष्ण महाराज ने लोकल 18 को बताया कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद को लेकर पिछले कुछ समय से चल रहे विवाद से आस्तिक लोगों की भावनाएं आहत हुई थी. इस मंदिर में वेदलक्ष्णा गौ माता के गोगव्यों का भोग लगे और पूजा आदि में इसका उपयोग हो, ऐसी भावना पूरा विश्व रखता है. भगवान गोविंदा गायों के भक्त हैं. उनकी रूचि गायों की सेवा में है. इसलिए सभी का कर्तव्य बनता है, इस कार्य में सहयोग करें.
ये भी पढ़ें:- दो बहनों के इस मंदिर की अजब-गजब कहानी, खेत में पानी की अर्जी लगाने पहुंचते हैं किसान, इस नाम से प्रसिद्ध
संस्थान के पास डेढ़ लाख गायों की देखभाल का अनुभव
गोसेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के पास गायों की सेवा का काफी अनुभव है. संस्थान की स्थापना गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंद महाराज के पावन सानिध्य और संकल्प पर वर्ष-1993 में सिर्फ वेदलक्ष्णा गायों के साथ हुई थी. वर्तमान में संस्थान द्वारा राजस्थान, गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में 64 गोशालाओं का संचालन कर 1 लाख 52 हजार से अधिक निराश्रित दुर्घटनाग्रस्त, विकलांग, वृद्ध, अशक्त और नर गोवंश की सेवा की जा रही है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे गए इस प्रस्ताव की कॉपी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के चेयरमैन बी.आर. नायडू, ईओ जे. श्यामल राव और युग तुलसी फाउंडेशन के चेयरमैन के. शिवकुमार को भी भेजी गई है.
Tags: Local18, Rajasthan news, Sirohi news, Tirupati balaji
FIRST PUBLISHED :
November 17, 2024, 19:27 IST