हाइलाइट्स
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अलग मिथिला राज्य की मांग उठाई. पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने सदन में कहा-मिथिला राज्य बनाना चाहिए. बीजेपी नेता संविधान की प्रति मैथिली में छपना पर दे रहे थे बधाई.
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में अभी देरी है, लेकिन जातीयता, धार्मिकता और क्षेत्रीयता की राजनीति की चासनी अभी से चढ़ने लगी है. बीते दिनों गिरिराज सिंह कि हिंदू स्वाभिमान यात्रा से माहौल गर्म रहा तो शीतकालीन सत्र में तेजस्वी यादव ने आरक्षण की सीमा 85% करने की मांग कर इस मुद्दे में नया ट्विस्ट ला दिया. इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अलग मिथिला राज्य की मांग उठा दी है. राबड़ी देवी ने कहा है की मिथिला राज्य बनना चाहिए. बता दें कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मैथली भाषा में संविधान की कॉपी जारी की थी, जिसको लेकर बिहार बीजेपी इसको अपनी उपलब्धि बता रही है.
दरअसल, विधान परिषद में भाजपा के एमएलसी हरी सहनी ने सदन में मिथिला क्षेत्र को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से बड़ी सौगात मिलने की बात कही. इस दौरान उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह पीएम थे तभी मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था. इसके बाद अब नरेंद्र मोदी ने मैथिली में संविधान आया है और यह मिथिला का बड़ा सम्मान है. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने अचानक से कहा कि अभी केंद्र और राज्य दोनों जगह आपकी सरकार है. मैथिली भाषियों को चाहिए कि वे अपने लिए अलग राज्य की मांग स्वीकृत करा लें.
हालांकि, सदन में शुरुआती तौर पर राबड़ी देवी का अंदाज व्यंग्यात्मक था, लेकिन बाद सदन से बाहर निकलने के बाद एक बार फिर से राबड़ी देवी ने यही बात दोहरायी. उन्होंने कहा कि हमने कहा ही है कि मिलजुल कर मिथिला राज्य बना लेना चाहिए. गौरतलब है कि मैथिलि भाषी कई जिलों को मिलाकर बिहार से अलग मिथिला राज्य बनाने की मांग कई बार उठती रही है. कुछ संगठन इसको लेकर आंदोलन भी करते रहे हैं. इस बीच अब राबड़ी देवी ने मिथिला राज्य की मांग को अपनी आवाज देकर इस राजनीति को फिर से हवा दे दी है.
यहां यह भी बता दें कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा के दौरे पर पहुंचे थे तो 1700 करोड़ की लागत से बनने वाले एम्स का शिलान्यास किया था. इसके साथ ही पीएम 10 करोड़ की लागत से बनने वाले रामनगर-रोसड़ा एनएच 527 का भी शिलान्यास किया था. पीएम 389 करोड़ की लागत से निर्मित काकरघाटी-शीशो बाइपास रेलवे लाइन झंझारपुर-लोकहा बाजार रेलखंड के गेज परिवर्तन के साथ ट्रेन सेवा का भी शुभारंभ किया. उसके बाद कल संविधान दिवस के मौके पर मैथली भाषा में संविधान की कॉपी जारी की गई थी. जिसके बाद राबड़ी देवी की यह प्रतिक्रिया आई है.
Tags: Bihar politics, Rabri Devi
FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 15:42 IST