Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 06, 2025, 20:09 IST
समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड में ग्रामीणों ने शिक्षक को बंधक बनाया, आरोप है कि शिक्षक गुणवत्तापूर्ण मध्यान भोजन और शौचालय निर्माण में लापरवाही बरतते हैं. ग्रामीणों ने जांच और कार्रवाई की मांग की.
स्कूल के आगे प्रदर्शन करते लोग
हाइलाइट्स
- ग्रामीणों ने शिक्षक को बंधक बनाया.
- शिक्षक पर मध्यान भोजन और शौचालय निर्माण में लापरवाही का आरोप.
- ग्रामीणों ने जांच और कार्रवाई की मांग की.
समस्तीपुर:- समस्तीपुर जिला के मोरवा प्रखंड क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय लोदीपुर नारायण के शिक्षक को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मध्यान भोजन नहीं प्रदान करते और स्कूल में चल रहे शौचालय निर्माण कार्य में भी गुणवत्ता की कमी है. इसके अलावा, ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षक अक्सर स्कूल में अखबार पढ़ते रहते हैं और मोबाइल पर ध्यान देते हैं, जिससे बच्चों को सही तरीके से शिक्षा नहीं मिलती है.
इन समस्याओं के कारण नाराज ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर प्रदर्शन किया और मांग की है कि इस मुद्दे की जांच की जाए और संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए. बता दें कि इस दौरान शिक्षकों को ग्रामीणों द्वारा स्कूल में ही ताला बंद कर दिया गया. हालांकि उच्च अधिकारी से बात करने के बाद उन्होंने ताला खोल दिया है. लेकिन समाचार प्रेषण तक शिक्षक को बंधक से मुक्त नहीं किया गया था.
क्या कहते हैं ग्रामीण?
मोरवा ब्लॉक के लोदीपुर नारायण के निवासी रत्नेश कुमार ने Local 18 को बताया कि सबसे पहले शिक्षक का समय 9 से 9:30 बजे आने का होता है. लेकिन शिक्षक अक्सर 10 से 11 बजे के बीच स्कूल आते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल में 5-6 शिक्षक कार्यरत हैं, लेकिन नियमित तौर पर दो-चार ही शिक्षक आते हैं, बाकी शिक्षक अनुपस्थित रहते हैं. इसके अलावा, शौचालय निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए रत्नेश ने कहा कि 5 साल पहले भी शौचालय का निर्माण किया गया था. लेकिन खराब सामग्री के कारण वह ध्वस्त हो गया. फिर वही गलती को दोबारा किया जा रहा है कि शौचालय निर्माण में गुणवत्तापूर्ण काम नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पुराने ईंट का इस्तेमाल किया जा रहा है और जहां टाइल्स बिछाया जा रहा है. उसके नीचे सही से मरम्मत नहीं किया गया है. अन्य ग्रामीण चुनचुन कुमार ने भी शौचालय निर्माण की गुणवत्ता पर विरोध जताया. उनका कहना था कि बच्चों को जो मध्यान भोजन दिया जाता है, उसमें चावल में पत्थर मिलाए जाते हैं, जो ठीक से साफ नहीं किए जाते. अमित कुमार ने बताया कि वे सभी मिलकर विरोध कर रहे हैं और उनकी मांग है कि जब तक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जांच करने नहीं आते, तब तक शिक्षक को विद्यालय से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.
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पदाधिकारी को बताएंगे अपनी समस्या
मोरवा ब्लॉक के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजीत कुमार ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि इस संबंध में ग्रामीण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के नाम से अपनी समस्याएं एक आवेदन पत्र के माध्यम से देंगे. उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई की जाएगी. अजीत कुमार ने कहा कि वे बीआरसी को भेज कर तुरंत लोगों की समस्या से अवगत होंगे और आवेदन प्राप्त करेंगे. यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
Location :
Samastipur,Bihar
First Published :
February 06, 2025, 20:09 IST