Last Updated:February 06, 2025, 23:55 IST
मणिशंकर अय्यर ने अपनी किताब "ए मैवरिक इन पॉलिटिक्स" के विमोचन पर खुलासा किया कि कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान सुरेश कलमाड़ी से उनका टकराव हुआ था. उन्होंने राजनीति में आने का श्रेय राजीव गांधी को दिया.
हाइलाइट्स
- मणिशंकर अय्यर जब खेल मंत्री थे तब सुरेश कलमाडी के साथ उनका टकराव था.
- मणिशंकर अय्यर ने उनसे साफ साफ कह दिया था जेल में साथ नहीं रहना चाहता.
- मणिशंकर अय्यर ने भी कहा कि राजीव गांधी उन्हें राजनीति में लेकर आए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया. अपनी किताब “ए मैवरिक इन पॉलिटिक्स” के विमोचन के मौके पर उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान सुरेश कलमाड़ी से उनका जबरदस्त टकराव हुआ था. मैंने यहां तक कह दिया था कि मैं तुम्हारे साथ एक कमरे में नहीं रहना चाहता.
कांग्रेस नेता ने इस कार्यक्रम में अपनी सियासी पारी के बारे में बताया. अय्यर ने स्वीकार किया कि उन्हें राजनीति में लाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे, लेकिन सोनिया गांधी ने उन्हें राजनीतिक सीढ़ी पर चढ़ने में मदद की. वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी के साथ बातचीत में अय्यर ने यूपीए-1 शासन के दौरान विभिन्न समय पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, पंचायती राज, युवा मामले और खेल और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के मंत्रालयों को संभालने के अपने कार्यकाल को याद किया.
जनवरी 2006 से अप्रैल 2008 तक खेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए, अय्यर ने स्वीकार किया कि वे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय से हटाए जाने और युवा मामले और खेल मंत्रालय में स्थानांतरित किए जाने से बहुत खुश नहीं थे. उन्होंने कहा, मैं खेल आयोजन राष्ट्र बनने के खिलाफ था, बिना खेल राष्ट्र बने. इसलिए मैंने एशियाई खेलों के दौरान छुट्टी मांगी… मैंने एशियाई खेलों के लिए जाने से मना कर दिया और इसे टेलीविजन पर देखने से भी मना कर दिया.
कलमाड़ी के साथ टकराव
खेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने पर अय्यर ने कहा कि उन्होंने पाया कि वे राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन नहीं करने जा रहे थे. उन्होंने कहा, सभी खेल संघ भारतीय ओलंपिक संघ के अधीन हैं. वे सभी आईओए के प्रति निष्ठावान थे. सभी संघों के प्रमुख राजनेता थे जो बस अपने पेट के साथ बैठे रहते थे – संघ बहुत अमीर थे – और अच्छा समय बिताते थे. शास्त्री भवन में मेरे कार्यालय पहुंचने के कुछ ही मिनटों के भीतर सुरेश कलमाड़ी के दो प्रमुख सहायक मुझसे मिलने आए और उन्होंने भाषा का इस्तेमाल किया जो केवल दून स्कूल के बाथरूम के लिए उपयुक्त थी, उन्होंने सुरेश कलमाड़ी को गालियां दीं. फिर मेरे सचिव ने मुझे बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों की समस्या यह है कि मंत्रालय को आयोजन समिति को हजारों करोड़ रुपये जारी करने की आवश्यकता है, लेकिन आयोजन समिति हमें उपयोगिता प्रमाणपत्र (यूसी) देने से इनकार कर रही है.
उन्होंने कहा कि अगली किस्त जारी करने से पहले इन यूसी की आवश्यकता होती है. अय्यर ने कहा, मैंने अपने पूर्ववर्तियों से संपर्क करने की कोशिश की. पृथ्वीराज चव्हाण संसद के केंद्रीय हॉल में मेरे पास आए और कहा, अगर आप कलमाड़ी से यूसी नहीं निकालते हैं, तो आप बड़ी मुसीबत में हैं. मैंने कहा कि आप मेरे पहले मंत्री थे. आपने उनसे यूसी क्यों नहीं निकाली? चव्हाण ने महाराष्ट्र की राजनीति का हवाला दिया और कहा कि वे जोर नहीं दे सकते थे.
एक सेल में नहीं रहने की ख्वाहिश
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने एक बैठक बुलाई जिसमें कलमाड़ी ने भी पहुंचे. फिर मैंने उनसे कहा, ‘सुरेश, मुझे तिहाड़ जेल में तुम्हारे साथ एक कमरे में रहने की कोई इच्छा नहीं है. अगर मैं तिहाड़ जेल में नहीं जाता, तो मैं जेल में आपको चॉकलेट केक लाने की इच्छा नहीं रखता. इसके बाद कलमाड़ी सीधे कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के पास गए और उन्हें बताया कि अय्यर ने उनके अधीनस्थों के सामने यह टिप्पणी की थी. इसके बाद सोनिया गांधी ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने ऐसा कहा था. मुझे आश्चर्य हुआ कि उन्हें पता था, इसलिए मैंने उनकी ओर देखा, यह नहीं जानते हुए कि वह कैसे प्रतिक्रिया देंगी, और फिर वह हंसने लगीं. इसलिए मुझे लगा कि सब ठीक है
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 06, 2025, 23:55 IST