नई दिल्ली. हाल के वर्षों में कई बड़े आईपीओ के कमजोर प्रदर्शन ने भारतीय बाजार में हलचल मचाई है. विशेष रूप से Hyundai Motor India, LIC और Paytm के IPOs ने लिस्टिंग के दिन ही निवेशकों को निराश किया. ये कंपनियां भले ही बड़े ब्रांड हों, लेकिन मार्केट में डेब्यू के दौरान इनका प्रदर्शन कमजोर रहा.
विशेषज्ञों का मानना है कि इन IPOs की असफलता का मुख्य कारण अधिक वैल्यूएशन और बाजार की अनिश्चितता है. Hyundai के IPO के समय मार्केट में डिमांड की कमी देखने को मिली. इसके अलावा, Paytm और LIC के IPOs भी ऐसे समय पर आए जब मार्केट में अस्थिरता थी, जिससे निवेशक सतर्क हो गए थे. आज हम आपको 5 उन आईपीओ के बारे में बताएंगे जिनका साइज तो बड़ा था लेकिन रिटर्न उतना ही बुरा रहा.
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Hyundai Motor India
2024 में लॉन्च किया गया 27870 करोड़ रुपये का यह IPO मार्केट में 5.8% की गिरावट के साथ लिस्ट हुआ. भयानक रूप से बढ़ा हुआ वैल्यूएशन और उस समय मार्केट की अनिश्चितता ने निवेशकों का उत्साह कम किया.
LIC (Life Insurance Corporation)
भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी होने के बावजूद, LIC का आईपीओ 2022 में खराब शुरुआत के साथ मार्केट में लिस्ट हुआ. यह हुंडई से पहले सबसे बड़ा आईपीओ था जिसका साइज 21000 करोड़ रुपये था. इसके भी वैल्यूएशन को लेकर सवाल उठे थे. निवेशकों को लिस्टिंग के ही दिन 7.70 फीसदी की गिरावट झेलनी पड़ी थी.
Paytm
18,300 करोड़ रुपये के साइज के साथ यह भी सबसे बड़े आईपीओ में से एक है. लेकिन इसकी लिस्टिंग इश्यू प्राइस से लगभग 27% नीचे हुई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. इसका कारण अत्यधिक वैल्यूएशन और कंपनी के मुनाफे पर सवाल थे.
SBI Cards
यह IPO 2020 में आया था. इसका साइज 10,341 करोड़ रुपये था. पहले ही दिन निवेशकों को 9.50 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा था. मार्केट की अनिश्चितता और निवेशकों की सतर्कता इसके पीछे मुख्य कारण थे.
GIC (General Insurance Corporation)
जीआईसी का आईपीओ 2017 में आया था. 11,257 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में पैसा लगाने वालों को पहले ही दिन 4.50 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा था.
इन विफलताओं से यह स्पष्ट होता है कि केवल ब्रांड नाम या लंबी इतिहास वाली कंपनियां भी IPO में सफलता की गारंटी नहीं होतीं. अत्यधिक वैल्यूएशन, मार्केट की अनिश्चितता, और निवेशकों की धारणा जैसी चुनौतियों का सही समाधान निकालना जरूरी है. भविष्य में कंपनियों को चाहिए कि वे मार्केट की स्थिति और वैल्यूएशन का सही आकलन कर IPO लाएं ताकि निवेशकों का भरोसा जीत सकें. इससे ना सिर्फ IPO की सफलता सुनिश्चित होगी बल्कि भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेशकों की बढ़ती रुचि भी कायम रहेगी.
Tags: IPO, Share market
FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 16:56 IST