नालंदा डेयरी, बिहारशरीफ.
गौरव झा / नालंदा: नालंदा जिले में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 36 नए डेयरी आउटलेट्स स्थापित किए जाएंगे. यह पहल मार्च 2025 तक पूरी की जाएगी. नालंदा डेयरी के सीईओ मोहम्मद मौजिद्दीन ने इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक प्रखंड में आबादी को ध्यान में रखते हुए इन आउटलेट्स की स्थापना की जाएगी. इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करना और गुणवत्तापूर्ण दूध की उपलब्धता सुनिश्चित करना है.
आवेदन प्रक्रिया: महिलाओं को प्राथमिकता
इन डेयरी आउटलेट्स के संचालन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इच्छुक व्यक्तियों को sudhacop.com](http://sudhacop.com) पर जाकर आवेदन करना होगा. आवेदन के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए और वह भारतीय नागरिक होना चाहिए. महिलाओं को विशेष रूप से प्राथमिकता दी जाएगी ताकि उन्हें अधिक रोजगार के अवसर मिल सकें. आवेदन की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2025 निर्धारित की गई है.
स्थानीय उत्पादकों को मिलेगा फायदा
इस योजना के तहत, न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले दूध और अन्य डेयरी उत्पादों की उपलब्धता में भी सुधार होगा. COMFED (बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ) के तहत संचालित यह योजना, नालंदा जिले में डेयरी क्षेत्र में क्रांति लाने का प्रयास है. COMFED प्रतिदिन लगभग 4 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण करता है और इसे स्थानीय बाजारों में उपलब्ध कराता है.
आर्थिक विकास और नई दिशा
नालंदा डेयरी के अधिकारियों का मानना है कि यह पहल स्थानीय आर्थिक विकास में सहायक होगी. साथ ही, प्रदेश के डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता को भी बढ़ावा मिलेगा. इस कदम से नालंदा जिले में डेयरी उद्योग को नई दिशा मिलने के साथ-साथ स्थानीय उत्पादकों को बेहतर प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध होगा.
अधिक जानकारी के लिए
आवेदक आवेदन प्रक्रिया और अन्य विवरण के लिए [sudhacop.com](http://sudhacop.com) पर संपर्क कर सकते हैं. इस पहल से नालंदा जिले के डेयरी उद्योग को नई ऊर्जा मिलने और स्थानीय समुदाय को लाभान्वित करने की उम्मीद है.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 13:05 IST