इजरायल के प्रधानमंत्री इस वक्त कई देशों के निशाने पर हैं. ईरान उन्हें देखना नहीं चाहता, तो मिडिल ईस्ट के कई देश उन्हें तुरंत गिरफ्तार करवाना चाहते हैं. उन्हें सजा देना चाहते हैं. इसके लिए इंटरनेशनल क्राइम कोर्ट (ICC) में मुकदमा भी चल रहा है. हाल ही में नेतन्याहू की गिरफ्तारी पर फैसला आना था, लेकिन ऐन वक्त पर जज को ही छुट्टी पर भेज दिया गया. उनकी जगह एक नए जज की तैनाती की गई है. इससे माना जा रहा है कि मुकदमे में देरी हो सकती है.
मई में कुछ संस्थाओं ने बेंजामिन नेतन्याहू, उनके रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के साथ-साथ तीन हमास नेताओं के खिलाफ वारंट की मांग करते हुए आईसीसी में अपील दायर की थी. संस्थाओं का आरोप है कि इन लोगों ने युद्ध अपराध किए हैं. बिना किसी वजह हजारों लोगों की जान ली है. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इन लोगों ने मानवता के खिलाफ अपराध किए हैं.
क्या वजह बताई गई
तब से इस मामले में सुनवाई हो रही थी. जेरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चंद दिनों में इस पर फैसला आना था. लेकिन ऐन मौके पर मामले की सुनवाई कर रही पीठ के मुख्य जज यूलिया मोटोक को छुट्ठी पर भेज दिया गया. कहा गया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. इसलिए उन्हें छुट्टी की जरूरत है.
किसे मिली जिम्मेदारी
यूलिया मोटोक रोमानियाई मूल के न्यायाधीश थे और मई से ही इस मामले की सुनवाई कर रहे थे. अब उनकी जगह स्लोवेनियाई मूल के जज बेटी होहलर को नियुक्त किया गया है. जजों के इस बदलाव की वजह से इजरायल हमास जंग से जुड़े सभी मुकदमों में देरी होने की संभावना है. क्योंकि जज ने अभी काम शुरू भी नहीं किया है और उन्हें फिर से पूरा मामला समझना और सुनना होगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 25, 2024, 23:49 IST