Agency:News18Hindi
Last Updated:January 31, 2025, 07:37 IST
नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) हो या एचएमपीवी वायरस या फिर महाराष्ट्र में हाल ही कहर बरसा रहा जीबीएस (GBS Virus) हो. अफ्रीका में वायरस वाली बीमारियां लगातार फैलती रही हैं. कई वायरस वाले बिमारियों का जन्म अफ्रीकी ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- युगांडा में इबोला वायरस का प्रकोप, एक नर्स की मौत.
- कंपाला में इबोला वायरस की पुष्टि, 44 लोग संक्रमित हो सकते हैं.
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूएन से मदद की मांग की.
Ebola Virus Outbreak: अफ्रीकी देश में एक बार फिर से इबोला वायरस पांव पसार रहा है. वैसे तो अफ्रीका कई घातक वायरस का जन्म स्थल रहा है. यहां जन्में कुछ वायरस ने वैश्विक स्तर पर महामारी और गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा किए हैं. मंकीपॉक्स वायरस, येलो फीवर, चिकनगुनिया , ज़िका , HIV/AIDS, लसा, मारबर्ग हो या इबोला सबका जन्म यहीं से हुआ. इन वायरसों से पूरी दुनिया में संकट पैदा किए. अब इबोला के फैलने से इस देश में फिर से स्वास्थ्य संकट उपज गया है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर इसके प्रकोप को स्वीकारा है. साथ ही उन्होंने बताया कि इससे स्वास्थ्य मंत्रालय के नर्स की मौत हो गई है. युगांडा में इबोला के प्रभाव को विस्तार से समझते हैं.
युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश की राजधानी कंपाला में इबोला वायरस के प्रकोप की पुष्टि हुई है. एक नर्स की मौत हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की स्थायी सचिव डायना एटविन ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि बुधवार को कंपाला के एक अस्पताल में मरने वाला पीड़ित 32 वर्षीय व्यक्ति थे. कहा गया, ‘रोगी को कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया. 29 जनवरी को मुलागो नेशनल रेफरल अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के नमूनों में सूडान इबोला वायरस रोग (स्ट्रेन) की पुष्टि हुई.’
44 लोगों संक्रमित होने की संभावना है
मंत्रालय ने बयान कर यूएन से मदद की मांग की है. उन्होंने केन्या से लगे सीमा कंपाला से 240 किमी (150 मील) पूर्व में मबाले के एक सार्वजनिक अस्पताल सहित विभिन्न सुविधाओं में उपचार की मांग की है. 2023 के बाद से युगांडा में पहली मौत की पुष्टि हुई है. मंत्रालय ने कहा कि अत्यधिक संक्रामक वायरस के संभावित प्रसार को रोकने के प्रयास में नर्स के संपर्क में आए. 30 स्वास्थ्य कर्मियों सहित कम से कम 44 लोगों का पता लगाया जा रहा है. इसने कहा कि मृतक के सभी संपर्कों के लिए टीकाकरण अभियान तुरंत शुरू किया जाएगा.
बचाव अभियान शुरू किया गया
अट्विन ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी ‘स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण में हैं.’ उन्होंने युगांडा के लोगों से संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करने का आग्रह किया. पड़ोसी तंजानिया में पिछले सप्ताह मारबर्ग का प्रकोप घोषित किया गया था, जो इबोला जैसा ही है. रवांडा में हाल ही में मारबर्ग ने कहर मचाया था. कंपाला के स्वास्थ्यकर्मियों के लिए ये चिंता का बिषय बना हुआ है क्योंकि कंपाला 4 मिलियन से अधिक लोगों की आबादी वाला एक भीड़भाड़ वाला शहर है। यह दक्षिण सूडान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, रवांडा और अन्य देशों में यातायात के लिए भी एक बाधा है.
First Published :
January 31, 2025, 07:37 IST