पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) में ‘पूर्ण फेरबदल’ की शुरुआत करने की घोषणा की और निचले स्तर के पुलिसकर्मियों के एक वर्ग पर भ्रष्ट आचरण में संलिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार को कुछ सीआईडी अधिकारियों के खिलाफ प्राप्त ‘शिकायतों’ पर गौर करने और उनके वास्तविक पाए जाने पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।
बनर्जी ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में एक बैठक में कहा, ‘‘मैं सीआईडी में पूर्ण फेरबदल की शुरुआत करूंगी। मैं आपको (कुमार) जिम्मेदारी दे रही हूं। मुझे प्रस्ताव दें और शिकायतों की जांच करें। कभी-कभी झूठी शिकायतें भी दर्ज की जाती हैं। यदि वे वास्तविक पाई जाती हैं, तो कड़ी कार्रवाई करें। जरूरत पड़ने पर भी मुझे न बख्शें।’’
पुलिस का रिश्वत लेना बर्दाश्त नहीं
बनर्जी राज्य की गृह मंत्री भी हैं। उन्होंने कुमार से विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो को मजबूत करने के लिए कदम उठाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगी कि पुलिस और सीआईएसएफ का एक वर्ग रिश्वत ले, कोयला, सीमेंट और रेत की चोरी में शामिल हो और फिर लोग तृणमूल कांग्रेस को दोषी ठहराएं।’’
सीबीआई कार्यालय तक माकपा की रैली
21 नवंबर को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और उससे जुड़े एक संगठन ने सीबीआई कार्यालय तक रैली निकाली। तीन महीने पहले आरजी कर अस्पताल की एक चिकित्सक से बलात्कार और हत्या के मामले की सीबीआई जांच जारी है और इसमें देरी पर नाराजगी जताते हुए गुरुवार को यहां साल्ट लेक के निकट केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय तक रैली निकाली। लाल झंडे लिए हुए माकपा के हजारों कार्यकर्ता और इसकी युवा शाखा डीवाईएफआई व छात्र विंग एसएफआई के सदस्यों ने उल्टाडांगा से सीबीआई कार्यालय तक लगभग दो किलोमीटर का मार्च किया।
रैली का नेतृत्व माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती और पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने किया। चक्रवर्ती ने कहा, "(चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले में) 100 से अधिक दिन बीत चुके हैं। लेकिन सीबीआई एक मुख्य आरोपी संजय रॉय को छोड़कर इस जघन्य अपराध में सीधे तौर पर शामिल व्यक्तियों और उन लोगों का पता नहीं लगा पाई है, जिन्होंने इसकी साजिश रची थी। इससे बंगाल की छवि खराब हुई।” उन्होंने कहा, ''हमें मामले में शामिल लोगों को बचाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार और टीएमसी के नेतृत्व वाली सरकार के बीच सांठगांठ की बू आ रही है। न्याय मिलने तक हम सड़क पर रहेंगे।'' (इनपुट- पीटीआई भाषा)