Agency:Local18
Last Updated:February 02, 2025, 21:58 IST
Kerala: केरल के कोचीन में 15 साल के लड़के मिहिर अहमद की आत्महत्या के पीछे रैगिंग और शारीरिक उत्पीड़न का आरोप. उसकी मां ने कहा कि स्कूल में उसे अपमानित किया गया, जिससे टूटकर उसने जान दी.
केरल के कोचीन में 15 साल के मिहिर अहमद की आत्महत्या ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है. मिहिर की मां, राजना पीएम ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को स्कूल में बुरी तरह से रैगिंग का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से उसने यह दर्दनाक कदम उठाया.
रैगिंग और शारीरिक शोषण की दर्दनाक कहानी
राजना ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा कर बताया कि मिहिर को शारीरिक रूप से मारा गया, गालियाँ दी गईं और उसे टॉयलेट सीट चाटने के लिए मजबूर किया गया. मिहिर की मौत 15 जनवरी को हुई, जब उसने अपनी कोचीन की 26वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. राजना ने बताया कि मिहिर स्कूल से घर लौटने के बाद एक घंटे में ही यह कदम उठाया.
स्किन कलर को लेकर बुलिंग का शिकार
मिहिर को उसके स्किन कलर को लेकर भी लगातार तंग किया गया था. राजना ने बताया कि मिहिर की मौत के बाद भी छात्रों का अत्याचार खत्म नहीं हुआ. एक चैट स्क्रीनशॉट में यह दिखाया गया है कि छात्रों ने मिहिर की मौत पर घृणित संदेश भेजे और उसकी मौत पर खुशी जताई.
स्कूल के खिलाफ आरोप और न्याय की मांग
राजना पीएम ने बताया कि मिहिर के दोस्तों ने ‘Justice for Mihir’ नामक एक इंस्टाग्राम पेज भी शुरू किया था ताकि इस मामले में न्याय की मांग की जा सके, लेकिन स्कूल प्रशासन ने उस पेज को हटा दिया और छात्रों को डराने धमकाने की कोशिश की. जब राजना ने स्कूल से इस बारे में जवाब मांगा और सबूत पेश किए, तो स्कूल ने केवल पुलिस को सूचना भेजने की बात की.
राजनीतिक हस्तक्षेप और फास्ट एक्शन की मांग
राजना ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और डीजीपी से इस मामले में तुरंत और निष्पक्ष जांच की मांग की है. उनका कहना है कि डिजिटल सबूत जुटाने में देरी से अपराधी सबूत नष्ट कर सकते हैं, इसलिए उन्हें तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है.
इस दर्दनाक घटना ने रैगिंग और बुलिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत को उजागर किया है. मिहिर की आत्महत्या ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे हम अपने बच्चों को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल प्रदान कर सकते हैं.
First Published :
February 02, 2025, 21:58 IST