जमुई में अवस्थित है नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य
जमुई. बिहार का प्रसिद्ध नागी नकटी पक्षी अभ्यारण्य अब डाक विभाग के माध्यम से देशभर में अपनी विशेष पहचान बनाएगा. मंगलवार को झाझा उप डाकघर में इस अभ्यारण्य के प्रतीक का स्टांप जारी किया गया. इस खास मौके पर मुंगेर के डाक अधीक्षक आशुतोष कुमार और अनुमंडल डाक पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने इस ऐतिहासिक पहल का शुभारंभ किया.
इस कार्यक्रम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि अब से झाझा पोस्ट ऑफिस से भेजे जाने वाले सभी पत्रों पर नागी नकटी पक्षी अभ्यारण्य का प्रतीक मुहर के रूप में अंकित होगा. इस कदम को न केवल बिहार के प्राकृतिक धरोहरों को पहचान दिलाने के एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है बल्कि यह पूरे देश में अभ्यारण्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी माध्यम बनेगा. नागी नकटी अभ्यारण्य ने हाल ही में फरवरी 2024 में आयोजित नागी महोत्सव के दौरान एक डाक टिकट के रूप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी और यह नया चित्रात्मक विरूपण उस दिशा में एक और बड़ा कदम है.
डाक अधीक्षक ने जारी कर कहा देश भर में पहुंचेगा स्टांप
डाक अधीक्षक आशुतोष कुमार ने इस मौके पर कहा कि नागी नकटी पक्षी अभ्यारण्य अपनी अनूठी जैव विविधता के कारण विश्व मानचित्र पर तेजी से अपनी पहचान बना रहा है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डाक विभाग, जो पहले से ही परिवर्तनों के दौर से गुजर रहा है, अब आम लोगों के बीच एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है. यह चित्रात्मक विरूपण, नागी नकटी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होगा. उन्होंने बताया कि पत्रों पर लगाए जाने वाले इस मुहर से अभ्यारण्य का नाम दूर-दूर तक पहुंचेगा, जिससे देशभर के लोगों को इसके बारे में जानकारी मिलेगी.
इसके साथ ही डाक विभाग इस प्रक्रिया के माध्यम से न केवल अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा बल्कि पर्यावरण और संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएगा. उन्होंने बताया कि नागी पक्षी अभ्यारण्य से संबंधित अन्य डाक सेवाएं भी भविष्य में शुरू की जाएंगी और आने वाले समय में इसके नाम पर विशेष डाक टिकट भी जारी किया जाएगा.
इससे मिलेगी पहचान, लोगों में आएगी जागरूकता
वन विभाग के अधिकारी रवि कुमार ने कहा कि डाक के माध्यम से नागी नकटी का संदेश हर घर तक पहुंचेगा और यह अभ्यारण्य देशभर में लोकप्रियता हासिल करेगा. इस तरह के प्रयासों से स्थानीय धरोहरों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने का काम होगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल झाझा पोस्ट ऑफिस से इसकी शुरुआत की गई है और जल्द ही अन्य क्षेत्रों में भी इसका विस्तार होगा. इस पहल से स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है क्योंकि लोग नागी नकटी पक्षी अभ्यारण्य के बारे में और अधिक जानना चाहेंगे और इसे देखने के लिए यहां का दौरा करेंगे.
यहां दो बार पक्षी महोत्सव का हुआ था आयोजन
गौरतलब है कि जमुई के झाझा में अवस्थित नागी- नकटी पक्षी अभ्यारण अपनी विशेषताओं के लिए जाना जाता है. यहां हर साल साइबेरिया, उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका जैसे प्रदेशों से प्रवासी पक्षी आते हैं और इसी कारण यह जलाशय पूरे दुनियाभर में जाना जाता है. बिहार में अब तक दो बार पक्षी महोत्सव का आयोजन किया गया, और दोनों ही यहीं किया गया था. इसके साथ ही अभी हाल ही में इसे रामसर स्थल की सूची में भी शामिल किया गया था. जिसके बाद अब यहां इसके नाम से एक डाक स्टांप जारी किया गया है.
Tags: Bihar News, Jamui news, Local18
FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 22:34 IST