भूरी माता मंदिर की अनोखी मान्यता, चांदी की आंख चढ़ाने से दूर होती है समस्या!

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चोरों

चोरों ने फोड़ी माता की आंख तो बन गए पत्थर

सीकर:- राजस्थान में अनेकों ऐसे मंदिर हैं, जो अपने आप में अनोखे हैं. इनसे जुड़ी पुरानी बातें या मान्यताएं इन मंदिरों को अन्य मंदिर से अलग बनाती हैं. सीकर जिले में भी एक ऐसा ही अनोखा देवी माता का मंदिर मौजूद है. सीकर जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर रामगढ़ कस्बे में सैकड़ों साल पुराना भूरी माता का मंदिर है. यह मंदिर पहाड़ की तलहटी में मौजूद है. इस माता के प्रति लोगों की अटूट आस्था है. भक्तों की मान्यताओं के अनुसार, जब किसी के आंखों में कोई समस्या आती है, तो माता को अगर कोई व्यक्ति चांदी की आंख चढ़ाता है, उसकी आंखें ठीक हो जाती हैं. इसलिए इस माता को आंखों वाली देवी के नाम से भी जाना जाता है. भूरी माता के दरबार में केवल जिलेभर से ही नहीं, बल्कि संपूर्ण राजस्थान सहित दिल्ली, कोलकाता, हरियाणा सहित अनेक राज्यों से भी लोग शीश नवाने के लिए आते हैं.

महिलाएं दांपत्य जीवन में सुख समृद्धि की करती हैं कामना
मंदिर सेवक जितेंद्र स्वामी ने Local 18 बताया कि नवविवाहित भूरी माता के दरबार में धोक लगाकर दांपत्य जीवन में सुख समृद्धि की कामना करते हैं. दशकों पहले मंदिर का स्वरूप छोटा था, फिर भी दूर-दूर से श्रद्धालु माता के दरबार में आते थे. 2012 में मंदिर निर्माण कार्य शुरू किया गया, जिसके बाद में लगातार मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है. साल के प्रत्येक नवरात्र को माता के प्रांगण में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है. नवरात्र की अष्टमी को भूरी माता की विशेष पूजा अर्चना के लिए प्रकांड पंडितों को बुलाया जाता है.


चोरों ने फोड़ी माता की आंख तो बन गए पत्थर

भूरी माता मंदिर सेवक जितेंद्र स्वामी ने बताया कि माता के प्रति लोगों की गहरी व अटूट आस्था है. किंवदंती है कि गांव में जब भी कोई चोर आता था, तो पहाड़ी पर मौजूद भूरी माता गांववालों को आवाज लगाकर चोरों के बारे में बताती थी. उस समय रामगढ़ गांव जिले में बार-बार चोरी के इरादे से चोर आए, लेकिन हर बार माता द्वारा आवाज लगाने पर पकड़े गए. चोरों ने माता की मूर्ति को वहां से हटाने की सोची.

इसके लिए रात के अंधेरे में 3 चोर पहाड़ी की चोटी पर मौजूद भूरी माता के मंदिर में चले गए और माता की मूर्ति को उठाकर नीचे लाने लगे. ऐसे में धीरे-धीरे माता की मूर्ति का वजन बढ़ने लगा, तो तीनों चोर थक गए और उन्होंने माता की मूर्ति को वहीं रख दिया. जिसके बाद उन्होंने माता की मूर्ति को खंडित करना शुरू कर दिया.

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चोर बन गए पत्थर
चोरों ने सबसे पहले माता की आंखों पर वार किया, जिससे मूर्ति की दोनों आंखें फूट गई. भूरी माता की मूर्ति को खंडित करने पर मूर्ति से आवाज आने लगी. चोर डर कर भागने लगे, तो एक-एक करके तीनों पत्थर बन गए. आज भी वे तीनों चोर पत्थर बने वहीं मौजूद हैं. इस घटना के बाद में माता ने आवाज लगाना बंद कर दिया.

Tags: Dharma Aastha, Local18, Sikar news

FIRST PUBLISHED :

November 22, 2024, 11:41 IST

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