महेश्वर कब बनेगा जिला?
खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन में महेश्वर-मंडलेश्वर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व दुनियाभर में प्रसिद्ध है, लेकिन इस क्षेत्र को अब तक जिले का दर्जा नहीं मिला है. लंबे समय से लोग महेश्वर को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं. हाल ही में दशहरे के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शस्त्र पूजन के लिए महेश्वर पहुंचे थे, जहां महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजकुमार ने फिर से इस मांग को उनके सामने रखा. हालांकि, मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की, जिससे यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है.
कैबिनेट बैठक से उम्मीदें बढ़ीं
चर्चा इसलिए भी जोर पकड़ रही है क्योंकि मुख्यमंत्री ने महेश्वर को जिला बनाने की घोषणा तो नहीं की, लेकिन आगामी मकर संक्रांति के आसपास महेश्वर में कैबिनेट बैठक आयोजित करने का वादा जरूर किया. इससे क्षेत्रवासियों में यह उम्मीद जागी है कि शायद इस बैठक के दौरान महेश्वर को जिला बनाने की घोषणा हो सकती है.
महेश्वर की जनता की राय
लोकल 18 की टीम ने महेश्वर-मंडलेश्वर के लोगों से जब इस मुद्दे पर बात की तो अधिकांश ने महेश्वर को जिला बनाए जाने की मांग का समर्थन किया. लोगों का मानना है कि इससे क्षेत्र का विकास तेजी से होगा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलेंगी. फल विक्रेता अशोक वर्मा और प्रकाश वर्मा ने बताया कि वर्तमान में जिला मुख्यालय खरगोन की दूरी काफी अधिक है, जिसके कारण छोटे-छोटे कामों के लिए लोगों को वहां जाना पड़ता है, जिससे समय और पैसे दोनों बर्बाद होते हैं.
गरीब तबके को हो रही परेशानी
हरी गाड़गे ने कहा कि महेश्वर में गरीब तबके के लोग रहते हैं, जिन्हें खरगोन जिला मुख्यालय तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. छोटी बीमारियों या डिलीवरी जैसी स्थितियों में भी उन्हें 60-70 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, जो बेहद कष्टदायक है.
पहले से उपलब्ध हैं सुविधाएं
व्यापारी हरचरण सिंह मुच्छाल ने बताया कि मंडलेश्वर में जिला बनने के लिए जरूरी सुविधाएं पहले से ही मौजूद हैं. यहां जिला न्यायालय भी है और न्यायिक दृष्टिकोण से मंडलेश्वर को जिला माना जाता है. ऐसे में महेश्वर को जिला बनाने की मांग लंबे समय से हो रही है.
अब तक नहीं मिली स्वीकृति
रत्नदीप मोयदें के अनुसार, 90 के दशक से मातोश्री अहिल्या बाई होलकर, मंडन मिश्र की नगरी महेश्वर-मंडलेश्वर को जिला बनाने की मांग की जा रही है. कमलनाथ सरकार में पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने भी इस दिशा में प्रयास किए थे. नोटशीट भी चलाई, लेकिन सरकार गिर जाने से यह मांग अधूरी रह गई.
पहले भी उठ चुकी है मांग
बता दें कि आजादी के बाद से महेश्वर-मंडलेश्वर को जिला बनाने की मांग की जा रही है. चुनावी घोषणा पत्रों में भी यह मुद्दा शामिल रहा है. दिग्विजय सिंह, उमा भारती और शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में भी महेश्वर को जिला बनाने की मांग की उठी है. अब जनता की उम्मीदें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की आगामी कैबिनेट बैठक से जुड़ी हैं. लोगों को उम्मीद है बैठक में महेश्वर को जिला बनाया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 16:57 IST