कोरबा. कोरबा कलेक्टर जनदर्शन में एक 80 साल की बुजुर्ग महिला को उसका बेटा गोद में उठाकर पहुंचा. दोनों पीएम आवास की मांग को लेकर पहुंचे थे. कोरबा के गांव सोनपुरी निवासी 80 साल की महिला समारीन बाई के नाम पर पीएम आवास को स्वीकृति तो मिली है. लेकिन इसके पैसे इन तक नहीं पहुंचे. दो किस्त जारी होने के बाद पैसे किसी और ने निकाल लिए. समारीन बाई अपने बेटे के साथ टूटी-फूटी झोपड़ी में रह रही हैं. बुजुर्ग महिला चलने में भी असमर्थ है. जिसे उनके ही पुत्र बंधन सिंह गोद में लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे. बुजुर्ग महिला को एक अधेड़ उम्र का पुत्र अपने गोद में लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा, तब देखने वालों का दिल पसीज गया. लेकिन घपलेबाजों को तरस नहीं आया.
समारीन बाई अपने बेटे के साथ टूटी-फूटी झोपड़ी में रह रही हैं और चलने-फिरने में भी असमर्थ हैं. बंधन सिंह ने कहा, ‘मेरी माता चलने में सक्षम नहीं हैं और उनकी आंखों की रोशनी भी काफी कम हो गई है. मैं ही उन्हें गोद में लेकर कहीं भी ले जाता हूं. हमें ग्राम पंचायत में आने वाली एक महिला ने बताया था कि पीएम आवास की स्वीकृति मिल गई है, लेकिन हमें अब तक पैसे नहीं मिले हैं.
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कलेक्टर ने दिया ये निर्देश
कलेक्टर ने आवेदन को संज्ञान में लेकर जनपद सीईओ कोरबा को आवेदन की जांच कराकर आवेदक को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए. साथ ही समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागीय योजनाओं से भी लाभान्वित करने के लिए कहा है. अब देखने होगा कि घपलेवाजों पर कुछ कार्रवाई होती है या ये मामला फिर ठंडे बस्ते में चला जाएगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 11:37 IST