जुताई के बाद भी नहीं मिल रहा खाद व बीज
ऋतु राज/ मुजफ्फरपुर: रबी फसल की बुआई शुरू हो चुकी है, लेकिन इस बार किसान खाद और बीज की किल्लत से परेशान हैं. खेतों की जुताई हो चुकी है, लेकिन जरूरी संसाधन न मिलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है. हालात इतने खराब हैं कि किसान मजबूर होकर काले बाजार से महंगे दामों पर खाद खरीदने को विवश हैं.
काला बाजार में दोगुने दाम पर मिल रहा खाद
ग्राउंड पर लोकल 18 की टीम ने देखा कि गेहूं की बुआई के लिए खेत तैयार हैं, लेकिन बीज और खाद का संकट गहराता जा रहा है. राघोपुर के किसान उमाशंकर यादव ने बताया कि सरकारी दुकानों और बाजार समितियों में खाद और बीज उपलब्ध नहीं है. 40 किलो का बैग, जो सरकार 1200 रुपए में देती है, वही ब्लैक मार्केट में 2000-2200 रुपए में बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बारिश की कमी के कारण पहले से ही खेती में अतिरिक्त खर्च हुआ, अब खाद और बीज की कमी ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत
किसान संदीप कुमार ने बताया कि उन्हें समय पर डीएपी नहीं मिल रहा है. यूरिया कहीं-कहीं उपलब्ध है, लेकिन डीएपी की कमी बुआई में बाधा डाल रही है. उन्होंने कहा कि जब पटवन का समय आएगा, तो डीएपी उपलब्ध होगा लेकिन यूरिया का संकट खड़ा हो जाएगा.
किसान हो रहे आर्थिक रूप से प्रभावित
गोनू राम ने बताया कि खाद और बीज की उपलब्धता नहीं होने के साथ-साथ पानी और सिंचाई के साधन भी सीमित हैं. खेत सूखे पड़े हैं और ब्लैक मार्केट में खाद खरीदने के कारण आर्थिक परेशानियां बढ़ रही हैं. बच्चन राय ने बताया कि 1200 रुपए का डीएपी 2400-2500 रुपए में खरीदना पड़ रहा है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है.
जिलाधिकारी ने दिया समाधान का भरोसा
मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में 12,000 क्विंटल बीज का आवंटन हुआ है, जो पिछले साल के बराबर है. उन्होंने स्वीकार किया कि जिला कृषि पदाधिकारी के मुख्यालय से बाहर होने के कारण किसानों को असुविधा हो रही है. उन्होंने कहा कि समीक्षा के बाद विभाग से अतिरिक्त बीज आवंटन की मांग की जाएगी.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 20:19 IST