Last Updated:February 03, 2025, 22:40 IST
शेख हसीना के देश छोड़ने के तुरंत बाद अवामी लीग के सांसद और पूर्व उद्योग राज्य मंत्री कमाल अहमद मजूमदार को गिरफ्तार कर लिया था. सोमवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया.
शेख हसीना सरकार में मंत्री रहे कमाल अहमद मजूमदार ने बांग्लादेश में हुई हिंसा के लिए अपनी ही सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया. अदालत में खड़े होकर कमाल अहमद मजूमदार फफक फफक कर रो पड़े. दावा किया कि उन्होंने आंदोलन कर रहे छात्रों की सभी मांगें मानने का शेख हसीना से अनुरोध किया था. ये भी कहा था कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो बवाल और बढ़ सकता है और वही हुआ.
शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद पूर्व उद्योग राज्य मंत्री कमाल अहमद मजूमदार को गिरफ्तार किया गया था. सोमवार को उन्हें ढाका की एक अदालत में पेश किया गया. पूर्व मंत्री अदालत में अपना बचाव करते हुए रो पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने शेख हसीना को छात्रों की सभी मांगें मानने का फैसला लिया तो उन्हें गण भवन में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
यूनुस सरकार पर हमला
पूर्व मंत्री ने कहा, यूनुस सरकार ने मुझ पर झूठा मामला दर्ज कराया. मुझे फंसाया और परेशान किया. बांग्लादेश के इस दिग्गज राजनेता ने खुद को एक वीर स्वतंत्रता सेनानी होने का भी दावा किया है. हालांकि, सरकारी वकील ने कमाल अहमद मजूमदार के बयान का कड़ा विरोध किया. सरकारी वकील ने कमाल अहमद मजूमदार पर शेख हसीना का सहयोगी होने का आरोप लगाया और उन्हें फासीवादी बताया.
क्या आरोप
मुहम्मद यूनुस सरकार ने कमाल अहमद मजूमदार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें कर चोरी और भेदभाव-विरोधी आंदोलन के दौरान छात्रों पर गोलीबारी में शामिल होना शामिल है. ढाका अदालत से मीरपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज दो हत्या मामलों में कमाल अहमद मजूमदार की गिरफ्तारी दिखाने का भी अनुरोध किया गया. हालांकि, हसीना के कार्यकाल के पूर्व मंत्री ने सभी आरोपों से इनकार किया है। कमाल अहमद मजूमदार ने शिकायत की कि उनका परिवार भी घर पर रहने में असमर्थ है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 03, 2025, 22:40 IST