मैट से मोर्चे तक! खंडवा की इस बेटी ने कुश्ती में जीते 5 मेडल,अब सेना में चयनित

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खंडवा की इस बेटी ने कुश्ती में जीते 5 मेडल, अब सेना में चयनित, ग्रामीणों ने किया गर्मजोशी से स्वागत

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छाया

छाया और उनकी बहन ने कुश्ती का मैच भी किया छाया की छोटी बहन भी कुश्ती लड़ती है।

खंडवा: जिले की छाया पटेल ने पहले पांच राष्ट्रीय कुश्ती पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया और अब सशस्त्र सीमा बल में कांस्टेबल के रूप में चयनित हुईं. सशस्त्र सीमा बल में कांस्टेबल की नौकरी मिलने के बाद खंडवा पहुंची कुश्ती पहलवान छाया पटेल का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. रेलवे स्टेशन पर महापौर ने भी पहलवान बेटी का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया. छाया पटेल ने कुश्ती में जिले के साथ प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर की पांच प्रतियोगिताओं में सिल्वर, कांस्य और ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त कर खंडवा का नाम रोशन किया.

महिलाओं की भागीदारी
बता दें कि सरकार द्वारा भी भारत में हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. क्रिकेट हो या राजनीति, विमान उड़ाने से लेकर ऑफिस के काम तक हर क्षेत्र में महिलाएं, पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं. महिलाओं की प्रतिभागिता देश की सीमाओं की रक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ी है. जल-थल हो या नभ, तीनों सेनाओं में महिलाएं बेहतर कार्य कर रही हैं. अब ग्रामीण क्षेत्र से भी महिलाएं अगर सीमा सुरक्षा के लिए आगे बढ़ रही हैं तो यह उन युवतियों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा जो ग्रामीण अंचलों में रहकर अपने सपने को साकार कर सकती हैं. ग्रामीण परिवेश में पढ़-लिखकर आगे बढ़ने वाली छाया पटेल ने जो कर दिखाया है, वह भी अपने आप में एक साहसिक देशभक्ति का अनोखा जुनून है.

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छाया पटेल का स्वागत
बता दें कि सशस्त्र सीमा बल में कांस्टेबल की नौकरी मिलने के बाद खंडवा पहुंची कुश्ती पहलवान छाया पटेल का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. छाया पटेल ने लोकल 18 से कहा कि पहले वह बोरगांव बुजुर्ग में प्रैक्टिस करती थीं. गांव के ही जगदीश पटेल ने कोच के रूप में सही मार्गदर्शन भी दिया. इसके बाद भोपाल एकेडमी में सिलेक्शन हुआ, वहां 8 साल प्रैक्टिस की और वहां भी उन्हें अच्छे मेडल मिले. उसके बाद सशस्त्र सीमा बल में फॉर्म भरा और उसमें सिलेक्शन हो गया. मैंने रेसलिंग में पांच मेडल जीते हैं.

FIRST PUBLISHED :

October 1, 2024, 16:32 IST

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