काजल मनोहर/जयपुर. राजधानी जयपुर में सीकर रोड स्थित भवानी निकेतन स्कूल के कैंपस में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर सैनिक स्कूल का उद्घाटन करने आए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह शेखावत की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह एक समारोह को संबोधित कर एयरपोर्ट की तरफ वापस लौट रहे थे उस समय सुरक्षा घेरे को तोड़कर 10वीं का छात्र राजनाथ सिंह के पास पहुंच गया. हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने छात्र को उठाकर बाहर की ओर धकेल दिया लेकिन राजनाथ सिंह ने छात्र को अपने पास बुलाया और उसकी बात सुनी. छात्र हर्ष भारद्वाज ने कहा कि वह 10वीं क्लास में पढ़ता है और जयपुर में अकेला रहता है. उसकी मम्मी झालावाड़ में सरकारी टीचर हैं. उनका ट्रांसफर यहां नहीं हो रहा है.
रक्षा मंत्री ने कहीं ये बात
सैनिक स्कूल के उद्घाटन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान कि इस धरती पर महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, महाराजा सूरजमल व सवाई जय सिंह जैसे शौर्य और पराक्रम के अनेक प्रतिनिधियों ने जन्म लिया है. ये वीर प्रसूता धरती है. अपनी मातृभूमि की रक्षा करना और उसकी रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देने का जो संकल्प है वह संकल्प इस भूमि के कण-कण में बसा हुआ है. मुझे मालूम है कि रोजाना सुबह-सुबह यहां नौजवान उठकर दौड़ लगाते हैं ताकि वे सेना में जाने लायक फिट हो सके और उन्हें राष्ट्र की सुरक्षा करने का मौका मिल सके. देशभक्ति की ऐसी भावना से ओत-प्रोत यहां के बच्चों के लिए और उन्हें भारत की सैन्य सेवाओं में शामिल होने के लिए उचित मार्गदर्शन देने के लिए यह सैनिक स्कूल किसी वरदान से कम नहीं है.
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इस सैनिक स्कूल से मिलेगी नई गति
केंद्र हो या राज्य सरकार हो सभी सरकारों का एक लक्ष्य रहा है कि कैसे नई पीढ़ी का समग्र विकास हो. एक नई सशक्त पीढ़ी हमारे भारत में कैसे तैयार हो उस पर हमारी सरकार का ध्यान रहा है. आज हम नई शिक्षा प्रणाली के माध्यम से समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास कर रहे हैं. सैनिक स्कूल से एक नई गति देने का प्रयास करेंगे ऐसा मेरा पक्का विश्वास है. छात्र भले ही सैनिक स्कूल से निकल जाएंगे लेकिन सैनिक उनके भीतर से कभी नहीं निकलने वाला है ऐसा मैं मानता हूं. रक्षा मंत्री ने कहा कि आज पीपीपी मोड की भूमिका बदल गई है. इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप कहा जाता है, लेकिन मैं इसे प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप कहना ज्यादा उचित समझूंगा. पीपीपी मोड में प्राइवेट सेक्टर की भूमिका पब्लिक सेक्टर से कहीं ज्यादा है.
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FIRST PUBLISHED :
September 23, 2024, 16:53 IST