जयपुर:
राजस्थान के देवली उनियारा में समरावता मतदान केंद्र पर एसडीएम अमित चौधरी नरेश मीणा थप्पड़ कांड के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए हैं. एनडीटीवी से बातचीत में अमित चौधरी ने कहा कि सब कुछ अचानक हुआ था. मैं नरेश मीणा को पहले से जानता तक नहीं था, न ही मेरी उनसे कोई व्यक्तिगत नाराजगी थी. इसमें किसी भी प्रकार की इंटेलिजेंस या पुलिस की विफलता नहीं है. नरेश मीणा के खिलाफ तुरंत एक्शन नहीं लिए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं लेकिन हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता वहां पर शांतिपूर्ण ढंग से वोटिंग करवाना था जिसमें हम कामयाब रहे.
राजस्थान के टोंक जिले में देवली उनियारा विधानसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव के दौरान एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया गया था. पुलिस फोर्स ने समरावता गांव में उन्हें हिरासत में लिया था.
मीणा को गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने समरावता गांव के बाहर उनियारा हिंडोली हाइवे पर उत्पात किया था. भारी पथराव और आगजनी की गई थी. पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया था. इस प्रकरण में नरेश मीणा सहित 60 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था. हिंसा में कई पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों को चोटें आई थीं.
आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. नरेश मीणा के खिलाफ एसडीएम अमित चौधरी ने केस दर्ज करवाया था. आरोपी नरेश मीणा को जेल भेजने का आदेश दिया गया है. उसकी ऑनलाइन पेशी हुई. नरेश मीणा के वकीलों का आरोप है कि उन्हें मीणा से मिलने नहीं दिया जा रहा है.
अमित चौधरी ने एनडीटीवी से कहा कि नरेश मीणा के जबरन वोटिंग के आरोप निराधार हैं. जबरन वोटिंग करवाने का सवाल ही नहीं उठता. इलेक्शन कमीशन के अधिकारी वहां पर मौजूद थे. कुछ ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था हालांकि फिर भी इस सीट पर वोटिंग हुई है.
अमित चौधरी ने कहा कि, मुख्यमंत्री ने इस मामले में संवेदनशीलता दिखाई है. आरएएस एसोसिएशन और अन्य संगठन हमारे साथ रहे हैं. मैंने इस मामले में FIR दर्ज करवा दी है. पुलिस डिपार्टमेंट कानून सम्मत तरीके से अपना काम करेगा.
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) एसोसिएशन की शुक्रवार को हुई बैठक में पेन डाउन हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया गया है. ऑफिसर प्रोटेक्टशन एक्ट सहित सभी मांगों को लेकर समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. यदि 30 दिन में मांगें नहीं मानी गईं तो फिर से कार्य बहिष्कार होगा.
नरेश मीणा देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का साथ छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़े हैं. मीणा
ने बुधवार को वोटिंग के दौरान चुनाव ड्यूटी पर तैनात मालपुरा के उपखंड अधिकारी अमित चौधरी को उस समय थप्पड़ मारा था जब वे समरावता गांव के ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाने की कोशश कर रहे थे. चौधरी राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अधिकारी हैं.
(जयपुर से सुशांत की रिपोर्ट)
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