रेशम के उत्पादों की कीमत 3000 रुपये से शुरू है.
Haldwani News: रेशम विभाग के उप-निदेशक (कुमाऊं) हेमचंद्र ने लोकल 18 से कहा कि विभाग समय-समय पर कई काम करता रहता है लेकि ...अधिक पढ़ें
- News18 Uttarakhand
- Last Updated : October 12, 2024, 14:34 IST
हल्द्वानी. उत्तराखंड के रेशम इतिहास में पहली बार महिला सहायता समूह के द्वारा रेशम कोये से हस्तनिर्मित उत्पाद तैयार किए हैं, जिनकी मार्केट में काफी डिमांड देखने को मिल रही है. कुमाऊं मंडल रेशम विभाग के उप-निदेशक हेमचंद्र ने लोकल 18 को बताया कि रेशम विभाग अभी तक किसानों को रेशम कीट पालन के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का काम कर रहा था लेकिन पहली बार रेशम कीट पालन से तैयार हुए कोये से हस्तनिर्मित उत्पाद तैयार कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपने उत्पादों को खुले बाजार में बेचकर अच्छी आमदनी भी कर रही हैं. विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले समय में यह कार्य इस रूप में विकसित हो सके कि राज्य में उत्पादित होने वाले रेशम कोये की खपत राज्य के भीतर ही हो जाए. इससे प्रदेश में रेशम कोये की मांग बढ़ने के क्रम में उसका मूल्य भी बढ़ेगा, जिसका सीधा लाभ कच्चा माल उत्पादित करने वाले किसानों को मिलेगा. उत्तराखंड के रेशम विकास के क्षेत्र में यह एक नया कार्य है, जो देश-दुनिया में उत्तराखंड को एक अलग पहचान देगा.
कौन-कौन से उत्पाद तैयार कर रहीं महिलाएं?
स्वयं सहायता समूह रेशम नई पहल की महिलाएं उत्तराखंड के उत्पादित रेशम के कोये से देवी-देवताओं की आकृतियां, सजावटी सामान, रेशम से बने आभूषण (माला, झुमके, मांगटीका और नथ), पहाड़ की कला, संस्कृति व विभिन्न प्रकार की आकृतियां सहायता समूह की महिलाएं तैयार कर रही हैं, जो अपने आप में अनोखे हैं और जिनकी बाजार में खासी डिमांड देखने को मिल रही है.
पहली बार बनाया गया सजावटी सामान
उप-निदेशक हेमचंद्र ने बताया कि रेशम विभाग समय-समय पर कई काम करता रहता है लेकिन पहली बार रेशम कोये से हस्तशिल्प के माध्यम से सजावटी व उपयोगी सामान तैयार किया जा रहा है. समूह से जुड़ी महिलाओं ने उप-निदेशक का आभार जताते हुए कहा कि उनके प्रयासों से पहली बार महिलाएं रेशम के उत्पादन तैयार कर आत्मनिर्भर बन रही हैं.
3000 रुपये से शुरू है कीमत
रेशम नई पहल समूह की अध्यक्ष किरन जोशी ने लोकल 18 से कहा कि उन्होंने रेशम से कई उत्पाद तैयार किए हैं, जिसमें हूबहू मां नंदा सुनंदा का फोटो फ्रेम, केदारनाथ मंदिर का फोटो फ्रेम, पहाड़ी महिला का जीवंत फोटो, उत्तराखंड का राज्य पक्षी हिमालयी मोनाल का 3D फोटो और ढोल-दमाऊ आदि तैयार किए गए हैं. इनकी कीमत 3000 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक है.
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FIRST PUBLISHED :
October 12, 2024, 14:34 IST