लक्ष्‍मी जी के चरण च‍िन्ह घर में कहां लगाएं? कहीं गलत तो नहीं ल‍िखते 'शुभ-लाभ'

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Vastu Tips: लक्ष्मी माता को धन, समृद्धि, भाग्य और सुंदरता के अवतार की देवी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि देवी लक्ष्मी आपके घर में सौभाग्य लाती हैं और वह अपने भक्तों को सभी प्रकार के दुखों और धन संबंधी दुखों से बचाती हैं. द‍िवाली में स्वस्तिक, शुभ-लाभ, लक्ष्मी माता के चरण ये कुछ चीजे हैं, जो हर कोई अपने घर में संपन्नता के लि‍ए लगाता है. द‍िवाली पर लक्ष्‍मी माता के चरण च‍िन्‍ह लगाने के पीछे मान्‍यता है कि ये माता के घर में आने का प्रतीक है. अक्सर लोग माता लक्ष्मी की चरण पादुका घर के मुख्य दरवाजे पर लगाते हैं. लेकिन क्‍या घर के दरवाजे पर लक्ष्‍मी चरण लगाने सही हैं? घर में शुभ-लाभ लगाने का सही तरीका क्‍या है? आइए जानते हैं ज्‍योत‍िष व वास्‍तु व‍िशेषज्ञ डॉ मधुप्र‍िया से.

समुद्र मंथन से निकले रत्नों में से एक माता लक्ष्मी जब समुद्र से बाहर आईं, तब सभी देवी-देवताओं ने उनके चरणों की छाप ली थी. इन चरणों में 15 चिह्न थे, जो समृद्धि का प्रतीक माने जाते हैं. प्रस‍िद्ध ज्‍योत‍िष व वास्‍तु व‍िशेषज्ञ डॉ मधुप्र‍िया बताती हैं, शुभ और लाभ गणेश जी और उनकी दो पत्‍नियों ऋद्धि-सिद्धी के पुत्र हैं. जहां गणेशजी का वास होता है, वहीं शुभ और लाभ आते हैं. द‍िवाली पर जैसे गणेश-लक्ष्मी के स्वागत के लि‍ए हम अपने द्वार पर स्वस्तिक और शुभ-लाभ को प्रतिकरक रुप में स्‍थाप‍ित करते हैं, वैसे ही बिजनेसमैन अपने बही-खाते में लाल रोली से एक तरफ शुभ दूसरी तरफ लाभ लिखते हैं. वह अक्षत (चावल) से दीपावली की रात पूजा करते हैं. मुख्य गल्ले या लॉकर में भी शुभ-लाभ लिखकर लक्ष्मी-गणेश को आमंत्रण देते हैं. ताकि धन के साथ साथ विवेक, सदबुद्धि पाकर हम सम्मृद्धि और संतोष के साथ अपने प्रगति पथ पर बढ़ते रहें. इसलिय सबसे ज़रूरी ये जानना है के शुभ और लाभ को हमें कहां लगाना चाहिए.

दिवाली पर शुभ और समृद्धि के लिए अलग अलग स्थानों पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है. इसमें सबसे पहला दीया घर के मंदिर या पूजा स्थल में जरूर जलाना चाहिए. इससे देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश का आशीर्वाद मिलता है.  (Image- Canva)

दिवाली पर शुभ और समृद्धि के लिए अलग अलग स्थानों पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है. (Image- Canva)

कैसे लगाने चाह‍िए शुभ-लाभ
शुभ और लाभ को हमेशा एक बराबर में स्थापित करें क्‍योंकि जितनी हमें शुभता की आवश्‍यकता है, उतनी ही जरूरत हमें लाभ की भी है. लेकिन कई बार लोग ड‍िजाइन के चक्‍कर में शुभ और लाभ को एक-साथ या समान ल‍िखने के बताए ऊपर-नीचे ल‍िख देते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए क्‍योंकि ये लाभ की जगह हानि कर सकत है. शुभ-लाभ को हमेश रोली, कुमकुम, दही, अक्षत और घी के साथ घोल बना कर अपने हाथ की अनामिका अंगुली के माध्‍यम से ल‍िखना चाहिए.

घर का मुख्‍य द्वार, पूजा स्थान, ऑफिस, मुख्य गल्ले, बही-खाता और अपने लॉकर पर हमें शुभ-लाभ और स्‍वास्‍त‍िक का च‍िन्ह बनाना चाहिए. याद रखें आप इन्‍हें हमेशा पूजा के शुभ मुहूर्त में ही बनाएं. पीले कपड़े पर अनार के कलम से शुभ-लाभ और स्‍वास्‍ति‍क बना कर अपनी तिजोरी में रखने से, दिन प्रतिदिन अपनी बुद्धि से आप लाभ अर्जित करते हैं.

ऐसे बनाने/लगाने चाहिए लक्ष्‍मी चरण
लक्ष्मी जी के चरण, चावल के आटे या आलता से बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है. हमेशा घर के अंदर की तरफ आते हुए चरण ही लगाने चाहिए. गलती से भी बाहर जाते हुए चरण नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि इससे लक्ष्‍मी बाहर की तरफ चली जाती हैं.

Tags: Diwali festival, Laxmi puja

FIRST PUBLISHED :

October 27, 2024, 22:39 IST

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