/
/
/
Maharashtra Chunav: शरद पवार चलने लगे दांव, बदला महाराष्ट्र चुनाव का खेल, क्या करेंगे फडणवीस और अजित दादा?
शरद पवार को महाराष्ट्र की राजनीति का चाणक्य यूं ही नहीं कहते. महाविकास अघाड़ी में सीटों के बंटवारे पर भले सहमति न बन पाई हो, लेकिन शरद पवार रोज ऐसा दांव चल रहे हैं, जिससे विपक्षी खेमे में हलचल मची हुई है. अब उन्होंने कुछ ऐसा किया है कि भतीजे अजित पवार और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. आइए जानते हैं शरद पवार के वो 5 बड़े फैसले, जिसने बीजेपी-एनसीपी को टेंशन में डाल दिया है.
- महाविकास अघाड़ी में सीटों के बंटवारे पर विवाद हुआ, कांग्रेस और शिवसेना आमने-सामने आ गए तो मामला शरद पवार के पास पहुंचा. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और शिवसेना (UBT) के नेताओं ने मतभेदों को सुलझाने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार से संपर्क किया. उन्होंने जो फार्मूला सुझाया, उसी पर सहमति बनती नजर आ रही है. बुधवार को महाविकास अघाड़ी सीट शेयरिंंग को लेकर प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं.
- बीजेपी ने गणेश नाइक को ऐलोरी से टिकट दिया, तो शरद पवार ने उनके बेटे और पूर्व विधायक संदीप नाइक को अपनी पार्टी में मिला लिया. इतना ही नहीं, उन्हें बेलापुर विधानसभा सीट से कैंडिडेट भी घोषित कर दिया. बेलापुर वही सीट है, जहां से बीजेपी ने मंदा म्हात्रे को मैदान में उतारा है. संदीप नाइक को काफी मजबूत दावेदार माना जा रहा था. एनसीपी में शामिल होते वक्त संदीप नाइक के आंसू छलक पड़े. कहा-आज पिता मेरे साथ नहीं हैं, मैं काफी दुखी हूं.
- शरद पवार उन सभी विधायकों को जवाब देना चाहते हैं, जो उन्हें धोखा देकर अजित पवार के साथ चले गए. इसी कोशिश के तहत अजित पवार ने जब सिन्नर विधानसभा से माणिकराव कोकाटे को मैदान में उतारा, तो शरद पवार उन्हें मात देने के लिए उदय संगले को ले आए. उन्हें माणिकराव कोकाटे के खिलाफ उतारा जाएगा. ऐसा कहा जाता है कि अजित पवार का साथ देने में माणिकराव सबसे आगे थे. इसलिए शरद पवार किसी भी कीमत पर उन्हें जीतने नहीं देना चाहते.
- संदीप नाइक से पहले शरद पवार ने बीजेपी के बड़े नेता समरजीतसिंह घाटगे और हर्षवर्द्धन पाटिल को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था. इतना ही नहीं, उन्हें टिकट भी दे दिया. समरजीत सिंह घाटगे कागल से हसन मुश्रीफ के खिलाफ और हर्षवर्द्धन पाटिल इंदापुर से दत्ता भरणे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
- शरद पवार खासकर उन सीटों पर बीजेपी-अजित गुट के नेताओं के खिलाफ मजबूत कैंडिडेट उतार रहे हैं, जहां के विधायक उनका साथ छोड़कर भागे हैं. अजित पवार की पार्टी इससे इतनी घबराई हुई है कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर यही चलता रहा तो एक दिन शरद पवार की पार्टी बीजेपी की बी टीम हो जाएगी.
Tags: Devendra Fadnavis, Maharashtra predetermination 2024, Sharad pawar
FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 23:42 IST