महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शिवसेना के एकनाथ शिंदे धड़े के लिए खुशियां लेकर आई, तो वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के लिए निराशा. चुनाव नतीजे के बाद यहां अगले सीएम को लेकर मंथन का दौर जारी है. इस बीच विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के साथ ही एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने नए मुख्यमंत्री के शपथग्रहण तक उन्हें कार्यवाहक सीएम का प्रहार सौंपा है.
इसका मतलब हुआ कि एकनाथ शिंदे अभी कुछ दिन और सीएम आवास यानी वर्षा बंगले में रहेंगे. महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट के बाद ही एकनाथ शिंदे इसी बंगले में डटे हैं और सीएम पद के लिए कई बार शक्ति दिखाते भी प्रतीत हुए. इस बीच वहां शिवसेना समर्थकों का तांता लगा हुआ, जो जीत का जश्न मनाने के साथ-साथ अपने नेता को सीएम बनाने के नारे भी लगा रहे हैं.
समर्थकों से वर्षा न पहुंचने की अपील
इस बीच एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को सोशल मीडिया पोस्ट में अपने समर्थकों से आग्रह किया कि वे सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन पर उन्हें फिर से सीएम बनाने का दबाव डालने के लिए वर्षा बंगले या किसी दूसरी जगह पर एकत्रित न हों. शिंदे ने यह भी लिखा कि समृद्ध महाराष्ट्र के लिए गठबंधन मजबूत बना रहेगा.
एकनाथ शिंदे ने यह पोस्ट मराठी में किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘महायुति की शानदार जीत के बाद, राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी. एक महागठबंधन के रूप में, हमने एक साथ चुनाव लड़ा और आज भी एक साथ हैं. मेरे प्रति प्रेम के कारण, कुछ मंडलियों ने सभी से एक साथ इकट्ठा होने और मुंबई आने की अपील की है. मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं. लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एक साथ न आए. एक बार फिर मेरा विनम्र अनुरोध है कि शिवसेना कार्यकर्ता वर्षा निवास या कहीं और इकट्ठा न हों.’
मातोश्री में मातम सा सन्नाटा
एकनाथ शिंदे के घर पर जहां समर्थकों की टोलियां जश्न मनाती दिखीं, तो वहीं दूसरी शिवसेना यानी शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने घर मातोश्री पर मातम सा सन्नाटा छाया है. महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार की निराशा यहां साफ देखी जा सकती है. इस चुनाव में शिवसेना यूबीटी के महज 20 ही विधायक जीत सके और अब उद्धव ठाकरे को उनके भी पाला बदलकर एकनाथ शिंदे के साथ जाने का डर सता रहा है.
एकनाथ शिंदे गुट के नेताओं ने भी दावा किया था कि आने वाले दिनों में शिवसेना (यूबीटी) के विधायक पाला बदल सकते हैं. शायद यही वजह रही उद्धव ठाकरे ने अपने मातोश्री बंगले में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ सोमवार को बैठक की और उनसे पार्टी के प्रति वफादारी के हलफनामे पर हस्ताक्षर करवाए. इस हलफनामे में कहा गया था, ‘मैं पार्टी के प्रति वफादार रहूंगा और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की तरफ तय किए गए फैसलों और नीतियों का पालन करूंगा.’
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 17:12 IST