जांजगीर-चांपा. जिले में पशुओं को संक्रामक बीमारी से बचाव को लेकर टीका लगाया जा रहा है. इसके अंतर्गत सघन पीपीआर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है जो 31 अक्टूबर तक चलेगा. इस अभियान के अंतर्गत बीमारियों से बचाव के लिए 30 हजार से अधिक पशुओं को टीका लगेगा. पशुपालकों की बकरी, भेड़ प्रजाति के पशुओ में ‘पशु स्वास्थ्य एवं पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम’ अंतर्गत पी.पी.आर रोग से बचाव के लिए सघन टीकाकरण कार्यक्रम 31 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है. इसमें सघन टीकाकरण कार्यक्रम विकासखण्डों में आयोजित किया जा रहा है.
मौत की है ज्यादा संभावना
इस संबंध में उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें डा.ए.एल. सिंह ने बताया कि पी.पी.आर. रोग जिसे भेड़-बकरियों के प्लेग के रूप में भी जाना जाता है, वायरस संक्रमण से होने वाली बीमारी है. इससे ग्रसित पशुओं को बुखार, मुंह में छाले, दस्त और निमोनिया हो जाता है. इस बीमारी से जानवरों में मरने की अत्याधिक संभावना रहती है, जिसके बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा हैं.
अभियान के लिए टीम गठित
टीकाकरण कार्यकम के लिए जिले के लगभग 36 हजार पशुधनों को चिन्हित किया गया है. इसके टीकाकरण के लिए हर स्तर पर अलग टीमें गठित की गई है. जिले के समस्त विभागीय स्तर के गठित टीकाकरण दलों द्वारा इसे किया जाना है. इसके लिए जिला स्तर पर मानीटरिंग के लिए कंट्रोल रूम और जिला नोडल अधिकारी को नियुक्त किया गया है. उसी प्रकार विकासखंड स्तर पर पशु चिकित्सा सहायक सर्जन को नोडल अधिकारी बनाया गया है.
जागरूकता के लिए प्रचार प्रसार
टीकाकरण के पूर्व गांवों में व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए कहा गया है. विकासखंड नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करते हुए पशुओं में टीकाकरण का काम सौ फीसदी पूरा किया जाए. इसके लिये हरसंभव प्रयास किया जा रहा हैं. वहीं इस टीकाकरण अभियान में यदि किसी पशुपालक के यहां किसी भी पशु को टीका नहीं लगने पर अलग से व्यवस्था की गई है. वैसी स्तिथि में नजदीकी पशु चिकित्सा विभाग से संपर्क कर टीका लगा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 27, 2024, 01:32 IST