इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) को लेकर अब नासा भी टेंशन में आ गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि आईएसएस में पिछले पांच सालों से लीकेज हो रहा था लेकिन हाल ही में सामने आया है कि कम से कम 50 जगहों पर लीकेज की समस्या हो गई है. इतना ही नहीं आईएसएस में दरारे भी आ रही हैं. नासा की एक जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पता चला है कि आईएसएस पर खतरा मंडरा रहा है. इस वजह से सुनीता विलियम्स समेत यहां के अंतरिक्षयात्रियों की जान पर खतरा मंडरा रहा है.
आईएसएश में तेजी से कम हो रहा हवा का प्रेशर
जानकारी के मुताबिक, आईएसएस में हवा और प्रेशर अब तेजी से लीक हो रहा है. यह वही हवा और प्रेशर है जो अंतरिक्ष यात्रियों के जिंदा रहने के लिए जरूरी है. इतना ही नहीं आमतौर पर यहां पर 7 से 10 अंतरिक्षयात्री किसी भी वक्त मौजूद रहते हैं. इस समय बाकी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां पर भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स भी मौजूद हैं. हालांकि, एक फुटबॉल के मैदान जितने बड़े इस स्पेश स्टेशन में लीक की जानकारी 2019 में ही मिल गई थी लेकिन अभी ये बेहद ज्यादा हो गई है और हालात खतरनाक हो सकते हैं.
रूसी सेक्शन में हो रहा है लीकेज
स्पेश स्टेशन में अमेरिकी और रूसी सेक्शन हैं. ये दोनों सेक्शन अलग हैं पर एक दूसरे से कनेक्टेड भी हैं. लीक रूसी सेक्शन में हुआ है लेकिन इसे लेकर नासा और रॉसकॉसमॉस सहमत नहीं हैं. 2019 में रूसी मोड्यूल Zvezda को उस docking larboard जहां कार्गो और सप्लाय आता है से जोड़ने वाले डनल में लीक दिखा था. लेकिन अब ये बेहद ज्यादा बढ़ गया है. अब वहां पर मौजूद अंतरिक्षयात्री उसे ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं.
इन दरारों को सील करने के लिए कहा गया
नासा का मानना है कि इस लीक के कारण Zvezda पूरी तरह फेल हो सकता है लेकिन रूस रॉसकॉसमॉस ऐसा नहीं मानता. फिलहाल, इन दरारों को सील कर रखने के लिए कहा गया है और बहुत ज़रूरत हो तभी खोलने की सलाह दी गई है.
जून 2024 से आईएसएस में मौजूद हैं सुनीता विलियम्स
सुनीता विलियम्स जून 2024 से आईएसएस पर मौजूद हैं क्योंकि उनके बोइंग के स्टारलाइनर में कुछ परेशानी आ गई है. इस वजह से वह और उनके पार्टनर वापस आ पाने में परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इसके बाद उम्मीद है कि वह स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन पर सवार होकर फरवरी 2025 में पृथ्वी पर वापस लौटेंगी.