Agency:News18 Haryana
Last Updated:January 31, 2025, 10:31 IST
Mininster Anil Vij: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज हैं क्योंकि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। विज ने अनशन की चेतावनी दी है और ग्रेवियांस कमेटी की मीटिंग्स में शामिल नहीं होंगे.
हाइलाइट्स
- मंत्री अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज हैं.
- विज ने अनशन की चेतावनी दी है.
- विज ग्रेवियांस कमेटी की मीटिंग्स में शामिल नहीं होंगे.
अंबाला. हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल अपनी ही सरकार से नाराज हैं. क्योंकि सरकार में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. मंत्री विज की बातों को सीएम नायब सिंह सैनी भी तवज्जो नहीं दे रही हैं. ऐसे में गब्बर सिंह के नाम से मशहूर अनिल विज ने अनशन तक की चेतावनी अपनी ही सरकार को दे डाली है. मंत्री विज के बयान से अब सियासी हलकों में काफी हलचल है.
दरअसल, परिवहन मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को बयान दिया कि वह अब जनता दरबार नहीं लगाएं और ग्रेवियांस कमेटी की मीटिंग्स में भी शामिल नहीं होंगे. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उन्होंने जनता दरबार नहीं लगाएंगे. साथ ही शायद ही अब वह ग्रेवियांस कमेटी में शामिल होंगे. क्योंकि उनके आदेशों की पालना नहीं होती. विज ने कहा कि अंबाला की जनता ने उन्हें सात बार विधायक बनाया हैं और उनके कामों के लिए अगर आंदोलन करना पड़ा तो करेंगे. विज यहीं नहीं रुके और किसान आंदोलन को लेकर खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता डल्लेवाल की तरह आमरण अनशन करने की बात भी कह डाली. गौरतलब है कि शुक्रवार को सिरसा में ग्रेवियांस कमेटी की मीटिंग में अनिल विज को शिरकत करनी थी, लेकिन अब उन्होंने इंकार कर दिया है.
विज क्यों हो रहे अपनी सरकार के खिलाफ मुखर
दरअसल, अंबाला के विधायक और मंत्री अनिल विज ने बीते कुछ समय पहले शहर में जनता दरबार लगाया था. इस दौरान विज ने एक एसएचओ को लताड़ लगाई थी और उसी समय डीजीपी को फोन करते हुए सस्पेंशन ऑर्डर जारी करने के आदेश दिए थे. हालांकि, अब तक एसएचओ को सस्पेंड करने के आदेश जारी नहीं हुए हैं. इसके अलावा, अनिल विज अंबाला प्रशासन में भी बदलाव चाहते थे. लेकिन भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद भी कोई प्रशासनिक बदलाव और ट्रांसफर नहीं हो पाए हैं. यहां तक कि कई जिलों के डीसी और एसपी बदले गए. लेकिन अंबाला में कुछ नहीं हुआ. ऐसे में अनिल विज को अपनी ही सरकार में कोई तवज्जो नहीं मिल रही है. इसी बात से अनिल विज (गब्बर सिंह) नाखुश हैं.
सीएम सैनी से खटपट
अनिल विज हालांकि, सीधे-सीधे किसी का नाम नहीं ले रहे हैं. लेकिन उनके बयानों से एक बात तो साफ है कि सीएम नायब सिंह सैनी और उनमें सबकुछ ठीक नहीं है. क्योंकि जब नायब सैनी पहली बार सीएम बने थे तो विज ने उनका विरोध किया था. उस दौरान चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग भी विज ने छोड़ दी थी. बाद में सैनी कैबिनेट में भी विज को शामिल नहीं किया गया था. गौरतलब है कि अनिल विज हरियाणा के चर्चित और दबंग नेताओं में गिने जाते हैं. बीते 10 साल में अफसरों के साथ उनकी टकराव की कई खबरें सामने आ चुकी हैं. उन्हें गब्बर सिंह के नाम से इसलिए जाना जाता है. वह लोगों के लिए अफसरों से भिड़ने से भी गुरजे नहीं करते हैं. हालांकि, अब अपनी ही सरकार में विज की सुनवाई नहीं हो रही है. गुरुवार को इस मामले पर बयान देने के बाद अनिल विज ने बाजार में गोलगप्पों और चाट का आनंद लिया.
Location :
Ambala,Ambala,Haryana
First Published :
January 31, 2025, 10:31 IST