अंबाला. हरियाणा में 10वीं पास युवाओं के लिए सुनहरा मौका है. अब 10वीं पास युवा भी डिप्लोमा करने के बाद बीज, खाद और दवाई बेचने संबंधित लाइसेंस ले ले सकेंगे. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. जसविन्द्र सिंह ने लोकल 18 को बताया है कि हरियाणा एग्रीकल्चर मैनेजमेंट एक्सटेंशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (हमेटी) द्वारा 10वीं पास युवाओं को डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फार इनपुट डीलर (बेसी) कराया जाएगा.
48 सप्ताह का प्रशिक्षण करने के बाद डिप्लोमा मिलेगा. इसको लेकर सप्ताह में एक दिन क्लास लगेगी. इस डिप्लोमा के आधार पर भारत के किसी भी राज्य में बीज खाद और दवाई बेचने का लाइसेंस प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि डिप्लामा के बाद लाइसेंस उनके द्वारा ही दिया जाएगा. डिप्लोमा की फीस 20 हजार रुपये देनी होगी. उन्होंने बताया कि अब तक केवल उन्हीं व्यक्तियों का डिप्लोमा कराया जाता था, जो लोग पहले ही उक्त व्यवसाय को करते आ रहे हैं और उनके पास लाइसेंस है.
उन्होंने बताया कि पहले खाद, बीज और दवाइयों के डीलर के लाइसेंस के लिए किसी डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन भारत सरकार ने अब खाद, बीज और दवाइयों के डीलर्स के लिए डिप्लोमा अनिवार्य कर दिया है. अब डिप्लोमा के बिना लाइसेंस जारी नहीं होगा. इसके लिए ‘एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विस फॉर इनपुट डीलर’ डिप्लोमा करना अनिवार्य है. इसी के बाद नए और पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण हो सकेगा.
डीलर्स को मिलेगी खाद, बीज की बेहतर जानकारी
उन्होंने कहा कि यह कोर्स करने के बाद डीलर्स को खाद, बीज और कीटनाशक दवाइयों की बेहतर जानकारी मिलेगी, जिससे वे किसानों को सही और सटीक जानकारी दे पाएंगे. इसके साथ ही, बाजार में नकली खाद और बीज की समस्या को भी काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा. उन्होंने यह भी बताया कि किसान अक्सर अपने खेत के लिए बीज और कीटनाशक दुकानों से खरीदते हैं. ऐसे में डीलर्स को इस विषय में बुनियादी ज्ञान होना बहुत जरूरी है
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 17:27 IST