10वीं पास रोजाना 300 रुपये कमाता था, खर्च नहीं चलने पर किया ऐसा काम, 20000 रुपये आने लगे, खुद का फैला लिया कारोबार...
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10वीं पास रोजाना 300 रुपये कमाता था, खर्च नहीं चलने पर किया ऐसा काम, 20000 रुपये आने लगे, खुद का फैला लिया कारोबार...
गाजियाबाद. 10 वीं पास युवक खेती बाड़ी का काम करता था. रोजाना 300 रुपये की कमाई होती थी, लेकिन इतने कम पैसे में घर का खर्च नहीं चल पाता था. आर्थिक तंगी से जूझने के दौरान ऐसे व्यक्ति के सपंर्क में आया, जिससे 20000 रुपये एक चक्कर में कमाई होने वाला काम दिलवा दिया. पैसे जोड़कर खुद का काम शुरू कर दिया. लेकिन गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया और पूरा राज खुल गया.
गाजियाबाद क्राइम ब्रान्च द्वारा पलामू (झारखण्ड) से तस्करी कर लाई जा रही 1.054 किलोग्राम अफीम सहित एक अन्तर्राज्यीय तस्कर को लोनी बार्डर गिरफ्तार किया गया. पकड़ी गयी अफीम की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग 25 लाख रुपये है.
पूछताछ पर अभियुक्त ज्ञान चन्द्र यादव ने बताया कि वह झारखण्ड के पलामू जिला का रहने वाला हैं . पूरे दिन काम के बाद सिर्फ 300 रुपये मिलते थे. जिससे परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. इसी बीच उसकी मुलाकात गांव के ही रहने वाले पिन्टू यादव से हुई. उसने बताया कि अफीम को दिल्ली एनसीआर, हरियाणा व पंजाब में ले जाकर देने पर प्रति चक्कर 20,000 रुपये मिलेंगे. वो सप्लाई करने लगा, जिसमें प्रति चक्कर उसे 20,000 रुपये मिलने लगे. पैसे आने पर ज्ञान चन्द्र स्वयं अवैध अफीम की तस्करी करने लगा. इस काम में उसको काफी फायदा होने लगा.
अभियुक्त ने बताया कि उसे अफीम की जितनी डिमाण्ड मिलती है, उतना ही माल लेकर वह बस व ट्रेन बदल-बदल कर अलग-अलग रूट से आता हैं. जब माल लेकर चलता था, तो किसी से सम्पर्क नही करता. इस बार माल की डिलीवरी गाजियाबाद दिल्ली बॉर्डर पर देनी थी. पूछताछ पर यह भी बताया कि वह पिछले कुछ समय से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अफीम की मांग बढ़ी है. यह काम वह पिछले एक वर्ष से कर रहा है. तस्करी मे कम समय में ज्यादा फायदा होता है, जिससे वो अपने शौक व घर के खर्चे पूरा करता हैं.
Tags: Crime News, Ghaziabad News
FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 19:00 IST