Benefits of yoga; अच्छी सेहत के लिए खानपान के साथ साथ एक्सरसाइज पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है. एक अच्छी और बैलेंस लाइफ स्टाइल ही बेहतर सेहत का राज होती है. एक्सरसाइज कई तरह के हो सकते हैं. इनमें योग (yoga) भी शामिल है. यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि इससे मानसिक और भावनात्मक सेहत को भी बेहतर करने में मददगार होता है. यहां तक कि उम्र के साथ पड़ने वाले प्रभावों को भी योग की मदद से कम करने और उसे धीमा करने में मदद मिल सकती है. योग के माध्यम से न केवल बॉडी को हेल्दी रखा जा सकता है बल्कि इससे स्किन को बेहतर रखने के साथ साथ उम्र के असर ( yoga and ageing) को भी कम करने में मदद ली जा सकती है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे योगासन, जो बढ़ती उम्र के असर को कम से कम रखने में करेंगे आपकी मदद और आपको अपनी उम्र से कई वर्ष कम (Benefits of yoga connected ageing) का दिखने और फील करने में करेंगे मदद…………
बाजार की क्रीम छोड़िए सर्दी में घी लगाइए इन 4 तरह से, चेहरा करेगा ग्लो और स्किन बनेगी मुलायम
उम्र के असर को कम करने वाले योग (Benefits of yoga connected ageing)
योगासन न केवल फिजिकल हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि ये मेंटल प्रेशर को भी कम करते हैं. इससे बॉडी में पोजेटिव एनर्जी बढ़ती है. रेगुलर योगा करने आप न केवल अपनी उम्र को कम के दिख सकते हैं बल्कि इससे ग्लोइंग स्किन और बेहतर फील कर सकते हैं.
इन पांच योग से मिलते हैं ये फायदे
सूर्य नमस्कार-पूरी बॉडी को स्ट्रेच करता है
चक्रासन- बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
कपालभाती - फेस से रिंकल कम करता है
भुजंगासन- स्किन को ग्लोइंग बनाता है
सर्वांगासन- बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
सूर्य नमस्कार एक कंप्लीट योगाभ्यास है. इसे करने से बॉडी के सभी अंग सक्रिय हो जाते हैं. यह योगा पोज न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करता है.
Photo Credit: Social Media
सूर्य नमस्कार करने का तरीका
सबसे पहले, योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को नमस्कार की मुद्रा में जोड़ लें
अब हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और फिर आगे की ओर झुकें औ पैरों को छूने की कोशिश करें.
अब अपने एक पांव को पीछे की ओर ले जाएं और आगे की ओर झुकें. दूसरे पैर को भी पीछे लें जाएं. फिर इस पूरी प्रक्रिया को उलटे कम्र में दोहराते हुए वापस पहली मुद्रा में आ जाएं.
चक्रासन (Chakrasana)
चक्रासन बॉडी में लचीलापन बढ़ाने में मदद करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर शरीर को मजबूत बनाता है.
Photo Credit: iStock
चक्रासन करने का तरीका
योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ लें.
हाथों को सिर के पास रखें और सांस लेते हुए धीरे-धीरे बॉडी के बीच के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं.
इस स्थिति में कुछ सेकंड तक रुके और सांस छोड़ते हुए वापस पहली मुद्रा में आ जाएं.
कपालभाती (Kapalbhati)
कपालभाती एक बेहद प्रभावी प्राणायाम टेक्नीक है. इससे फेस पर रिंकल को कम करने में मदद करती है. यह बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में भी कारगर है.
कपालभाती करने का तरीका:
सुखासन के बैठें और नाक से गहरी सांस लें और मुंह से तेजी से छोड़े.
इस प्रक्रिया को नियमित दस से बीस बार दोहराएं.
भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन को कोबरा पोज भी कहते हैं. यह बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने और स्किन को बेहतर करती है.
भुजंगासन करने का तरीका
पेट के बल लेट जाएं और हाथों को कंधों के सीध में हथेली के सहारे रखें.
दोनों हथेलियों पर वजन देते हुए बॉडी को कमर के ऊपर से ऊपर उठाएं कुछ देर इस मुद्रा में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए वापस लेट जाएं.
सर्वांगासन (Sarvangasana)
सर्वांगासन रक्त संचार बढ़ाने में सहायक होता है. यह आसन चेहरे पर रक्त प्रवाह बढ़ाता है जिससे स्किन पर निखार आता है.
Photo Credit: iStock
सर्वांगासन करने का तरीका
योग मैट पर पीठ के बल लेटकर अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें और पैरों को हिप के पास रखें.
गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए बॉडी को ऊपर उठाएं.
अपने कोर को सक्रिय करें और हाथों से पीठ के निचले हिस्से को सहारा दें.
कंधों को मैट पर रखें और गर्दन को आराम दें.
कुछ देर इस स्थिति में रहे और फिर धीरे-धीरे पैरों को वापस मैट पर आ जाएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.