Last Updated:January 19, 2025, 12:23 IST
Alwar News : अलवर से दिन को सुकून पहुंचाने वाली खबर सामने आई है. यहां 22 साल पहले खोया हुआ एक शख्स वापस घर लौट आया है. यह शख्स ट्रक चलाता था. उसके ट्रक को 22 साल पहले लूट लिया गया था. उसके बाद वह...और पढ़ें
नितिन शर्मा.
अलवर. यह कहानी है एक ऐसे ट्रक ड्राइवर की जो आज से करीब 22 साल पहले खो गया था. परिवार वालों ने उसे खूब ढूंढा लेकिन कोई पता नहीं लगा. दो दशक तक इंतजार करने के बाद परिवार ने इस शख्स के फिर कभी वापस लौट आने की उम्मीद लगभग खो दी थी. लेकिन दो दिन पहले अचानक उनके घर आए उत्तर प्रदेश की लखीमपुर पुलिस के कॉल ने उनके दामन में जमाने भर की खुशियां भर दी. पुलिस ने बताया कि आपका बंदा मिल गया है. आकर ले जाओ. उसके बाद तो मानों इस शख्स के परिजनों के पंख लग गए हों. वे तत्काल लखीमपुर पहुंचे और उसे घर लेकर आए.
यह कहानी अलवर खैरथल के गांव दांतला से जुड़ी है. इस गांव में शनिवार को खुशी का माहौल था. ऐसा लग रहा है मानो जैसे ईद हो. इस गांव के बेटे हसनदीन की 22 साल बाद घर वापसी हुई थी. जैसे ही हसनदीन गांव में पहुंचा तो घर का माहौल भावुक हो गया. रिश्तेदार और अन्य ग्रामीण उसे देखने और मिलने पहुंचे. हसनदीन ट्रकों पर ड्राइवरी का काम करता था. वह साल 2002 में अलवर तेल मिल से तेल भरकर कोलकाता के लिए लेकर गया था. जब वह वापस आ रहा था तो रास्ते में उसके ट्रक को लूट लिया गया.
हसनदीन की याददाश्त कमजोर हो गई थी
इस वारदात में हसनदीन के साथ क्या-क्या हुआ यह उसे खुद को भी नहीं पता. उस वारदात के बाद उसकी यादाश्त कमजोर हो गई थी. वह बदहवासी की हालत में उत्तर प्रदेश में कई जगह इधर-उधर घूमता रहा. कभी गुरुद्वारा में रोटी खाकर दिन निकालता कभी मस्जिद में पहुंच जाता. कभी बाजारों में दुकानों पर जाकर भीख मांग कर अपना गुजारा करता था. लेकिन उसे यह होश नहीं रहा कि आखिर में वह कहां का रहने वाला है. वह किसी को अपना पता भी नहीं बता सका.
वायरल वीडियो ने जगाई उम्मीद
करीब 22 साल बाद अचानक कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ. वह वीडियो अलवर में हसनदीन के रिश्तेदारों परिजनों तक पहुंचा. उस वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स हसनदीन जैसा लग रहा था. उसके आधार पर परिवार के लोग उत्तर प्रदेश के हरदोई और लखीमपुर क्षेत्र में गए. पुलिस से सहायता मांगी. पुलिस ने भरपूर सहयोग भी किया लेकिन हसनदीन नहीं मिला. इसी बीच परिवार में गमी हो जाने के कारण वे लोग वापस आ गए. लेकिन वे वहां हसनदीन की गुमशुदगी के पोस्टर चस्पा कर आए.
बड़े भाई ने संभाली थी परिवार की जिम्मेदारी
उसके बाद दो दिन शुक्रवार को लखीमपुर पुलिस का हसनदीन के परिजनों के पास फोन आया. फोन करने वाले ने कहा-आपका बंदा मिल गया है. आकर ले जाओ. इससे पूरा परिवार मारे खुशी से झूम उठा. परिजन उसी दिन लखीमपुर के लिए रवाना हो गए और हसनदीन की शिनाख्त कर उसे शनिवार को उसे अपने गांव ले आए. हसन की पत्नी मेमूना ने बताया कि 22 साल पहले वह तेल की गाड़ी लेकर गए थे. उसके बाद अब वापस लौटे हैं. हसनदीन की गैरमौजूदगी में उनके बड़े भाई जमालद्दीन ने परिवार की जिम्मेदारी संभाली.
हसनदीन उनके दोनों बेटे भी ड्राइवरी करते हैं
मैमुना ने चार बच्चों की परवरिश की. परिवार में हालत सही नहीं रहे. हसनदीन उनके दोनों बेटे इमरान और अजहरुद्दीन ट्रक ड्राइवर हैं. उसकी दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. हसनदीन ने बताया कि मेरे ट्रक को लूट लिया गया था. उसके बाद मुझे कोई होश नहीं रहा. नाम पता तक भूल गया था. मैं अब 22 साल बाद अपने घर पहुंचा हूं. बच्चों को पहचान पा रहा हूं. लेकिन मेरी याददाश्त पूरी तरह से काम नहीं कर रही है. इसलिए रिश्तेदारों को पहचान पाने में परेशानी हो रही है. लेकिन मैं अपने घर पहुंच गया यह बड़ी बात है.
Location :
Alwar,Alwar,Rajasthan
First Published :
January 19, 2025, 12:23 IST