Last Updated:February 09, 2025, 10:11 IST
Board Exams 2025: बोर्ड परीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है. बिहार बोर्ड के बाद जल्द ही यूपी और सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं. बोर्ड परीक्षा 2025 रिजल्ट में वायवा के मार्क्स भी जोड़े जाते हैं (V...और पढ़ें
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Board Exams 2025: वायवा में विषय से जुड़े कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं
हाइलाइट्स
- वायवा के मार्क्स बोर्ड रिजल्ट में जोड़े जाते हैं.
- वायवा में आत्मविश्वास और स्पष्टता जरूरी है.
- वायवा में प्रोजेक्ट और विषय की जानकारी होना जरूरी है.
नई दिल्ली (Board Exams 2025). सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से (CBSE), यूपी बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से और एमपी बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी 2025 से शुरू होगी. ज्यादातर बोर्ड ने 10वीं, 12वीं परीक्षाओं का टाइमटेबल जारी कर दिया है. बोर्ड परीक्षा 2025 की तैयारी कर रहे ज्यादातर स्टूडेंट्स इन दिनों स्कूल में वायवा दे रहे हैं. वायवा इंटरनल असेसमेंट का बड़ा हिस्सा है. इसके मार्क्स फाइनल बोर्ड रिजल्ट में जोड़े जाते हैं.
वायवा एक तरह का ओरल एग्जाम है (What is Viva Exam). इसमें टीचर्स, प्रोफेसर या एक्सपर्ट मौखिक रूप से किसी विषय से संबंधित प्रश्न पूछते हैं. स्टूडेंट को उनके जवाब भी मौखिक रूप में यानी बोलकर देने होते हैं. लिखित और प्रैक्टिकल परीक्षा की तरह वायवा देना भी जरूरी है. वायवा को बाकी एग्जाम की तुलना में थोड़ा कठिन माना जाता है (Viva Exam Kya Hota Hai). दरअसल, स्टूडेंट्स को इनके जवाब सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं मिलता है.
Viva Exam Questions: वायवा में क्या पूछा जाता है?
स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स से लेकर पीएचडी स्कॉलर तक का वायवा एग्जाम लिया जाता है. कुछ शिक्षक वायवा शुरू करने से पहले स्टूडेंट को कंफर्टेबल करने के लिए आसान सवाल पूछते हैं. जानिए वायवा में पूछे जाने वाले 5 सवाल-जवाब.
1. अपने बारे में कुछ बताएं.
इस सवाल के जवाब में स्टूडेंट अपनी रुचियों के बारे में बता सकते हैं. उन क्षेत्रों पर फोकस करें, जिनको लेकर आप सहज हैं और पॉजिटिव व्यू रखते हैं. अपनी पिछली उपलब्धियों के बारे में बात करते समय अपनी टोन प्रोफेशनल रखें.
2. अपने प्रोजेक्ट/ थीसिस/ रिसर्च को 3 मिनट में समराइज़ करें.
इस सवाल का सही जवाब देने के लिए आपको अपने प्रोजेक्ट या विषय के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. यह जरूर बताएं कि आपने अपने प्रोजेक्ट, थीसिस या रिसर्च के लिए इसी विषय का चयन क्यों किया. आखिर में समस्या का उचित समाधान देकर अपनी एक्सप्लेनेशन को खत्म करें.
3. आपके प्रोजेक्ट का महत्व क्या है?
इसके जवाब में अपने प्रोजेक्ट की ताकत और कमजोरियों को एनालाइज करें. यह सुनिश्चित करें कि आप सब कुछ सिर्फ पॉजिटिव ही न बता रहे हों, प्रोजेक्ट की खामी या कमजोरी के बारे में भी जानकारी दें. साथ ही अपने प्रोजेक्ट के बारे में जो भी बताना चाहते हैं, इसी के जवाब में बताएं.
4. विषय से जुड़े सवाल
ज्यादातर स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी जैसे विषयों के लिए वायवा परीक्षा ली जाती है. अपने विषय के हिसाब से तैयारी करके जाएं. इसमें जरूरी फुल फॉर्म, फॉर्म्यूले, प्रैक्टिकल एप्लिकेशन आदि के बारे में पूछा जा सकता है.
5- पीएचडी वायवा कितनी देर चलता है?
पीएचडी वायवा में 1 से 4 घंटे का वक्त लग सकता है. पीएचडी वायवा की तैयारी करते समय याद रखें कि परीक्षक आपको परेशान करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. वे आपको पास ही करना चाहते हैं. उन्हें रिसर्च के बारे में खुलकर बताएं.
वायवा की तैयारी कैसे करें?
वायवा एक ओरल परीक्षा है. इसमें आपकी बॉडी लैंग्वेज, पर्सनालिटी आदि को जज किया जाता है. वायवा देते समय नीचे लिखी बातों का ख्याल रखें.
1- डिसप्ले करें अपना प्रोजेक्ट: अब स्कूल लेवल पर भी बच्चों से कई तरह के प्रोजेक्ट बनवाए जाते हैं. वायवा वाले दिन अपने विषय से संबंधित प्रोजेक्ट लेकर जाएं.
2- कॉन्फिडेंस से बनेगी बात: वायवा देते समय कॉन्फिडेंट रहना बहुत जरूरी है. खुद पर भरोसा रखें और आहिस्ता से हर सवाल का जवाब देते जाएं.
3- ध्यान से सुनें हर सवाल: ओवर कॉन्फिडेंस या हड़बड़ाहट के चक्कर में किसी भी सवाल को ठीक से सुने बिना उसका जवाब न दें.
4- सोच-समझकर दें जवाब: हर प्रश्न को सुनने के बाद आराम से उसका जवाब दें. कई बार जल्दबाजी में स्टूडेंट्स सही जवाब आते हुए भी गलत बात कह बैठते हैं.
5- ज्यादा बातें न करें: शिक्षक या एक्सपर्ट से अपने प्रोजेक्ट पर फीडबैक मांग सकते हैं. अपने जवाबों को संक्षिप्त रखें. कुछ भी एक्सट्रा ज्ञान देने में समय बर्बाद न करें.
First Published :
February 09, 2025, 10:11 IST