Last Updated:January 19, 2025, 18:34 IST
Naxali Encounter: बीजापुर के जंगल में सुरक्षाबलों के साथ हुए एनकाउंटर में कई नक्सलियों के मारे जाने से बड़ी राहत मिली है. नक्सली कमांडर दामोदर, जो कि नक्सलियों को भगाने में मदद करता था, को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है.
बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 16 जनवरी को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए थे, जिसमें 50 लाख का इनामी और नक्सलियों के पीडब्लूजी मिलिट्री विंग का चीफ दामोदर भी शामिल था. पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. मुठभेड़ दक्षिण बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के पामेड़-बासागुड़ा-उसूर इलाके के घने जंगल में हुई थी, जिसके बाद माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर एक और सेंट्रल रीजनल कमेटी कंपनी की पांच महिलाओं सहित 12 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे.
पिछले 1 साल से नक्सलियों के खिलाफ जो ऑपरेशन चलाए जा रहे थे, उनके जवाब में जो नक्सली हमले किए जा रहे हैं थे, उसके पीछे नक्सली दामोदर ही बहुत बड़ा सूत्रधार था. इस नक्सली कमांडर के मारे जाने से सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी कामयाबी मिली है.
बीजापुर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया नक्सली कमांडर दामोदर नक्सलियों की स्टेट कमेटी का मेंबर और तेलंगाना स्टेट कमेटी का चीफ था. दामोदर लगातार मुठभेड़ के बाद नक्सली कैडरों की मदद करता था कि वह छत्तीसगढ़ से भागकर तेलंगाना की पहाड़ियों में छुप जाए.
इसके अलावा दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट… समय-समय पर इसी की शह पर किए जा रहे थे जिसमें खास तौर पर सुरक्षा बलों को ही टारगेट किया जाता था. इसी की शह पर नक्सलियों ने बीजापुर का रूट छोड़कर गरियाबंद की ओर भागने का रास्ता अख्तियार किया जो कि उड़ीसा में निकलता है. इस नक्सली कमांडर के मारे जाने से नक्सलियों को बच निकलने का नेतृत्व देने वाले कमांडर का सफाया हो गया है.
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी ने एक बयान में कहा है कि मुठभेड़ में तेलंगाना राज्य कमेटी के सदस्य दामोदर समेत 18 नक्सली मारे गए हैं. पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि नक्सलियों ने बयान में कहा है कि वे मुठभेड़ के दौरान मुठभेड़ स्थल से छह शवों को अपने साथ ले जाने में सफल रहे. उन्होंने कहा, ‘यह माओवादियों के लिए उनके गढ़ में एक बड़ा झटका है.’
सुंदरराज ने कहा कि नक्सली सुरक्षा बलों के हताहत होने का दावा कर रहे हैं और मुठभेड़ के दौरान ग्रामीणों पर अत्याचार का आरोप लगा रहे हैं, ताकि अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा सकें. सुंदरराज ने कहा, ‘आरोप पूरी तरह निराधार हैं. हम इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे और माओवादी खतरे का अंत सुनिश्चित करेंगे.’
Location :
Bijapur,Chhattisgarh
First Published :
January 19, 2025, 18:34 IST