परस बींस की खेती
औरंगाबाद. सब्जियों की खेती में अधिक मुनाफा देखते हुए औरंगाबाद जिले के किसान द्वारा बड़े पैमाने पर सब्ज़ी की खेती की जाती है. वहीं अंबा के किसान के द्वारा 2 बीघा में पैरासबीन कि खेती की जा रही है. बता दें कि बींस की खेती के लिए ठंड का मौसम आदर्श माना जाता है. इसकी खेती अधिकतर बलुई दोमट मिट्टी में की जाती है, जिससे किसानों को अच्छी उपज प्राप्त होती है.
किसान विवेक कुशवाहा पिछले 5 वर्षों से सब्जी की खेती करते आ रहे हैं. जिसमें लगभग 2 बीघा में बींस की खेती करते हैं. किसान विवेक मेहता ने बताया कि बींस की खेती में अधिक मुनाफा होता है. वहीं अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच की जाने वाली ये सब्जी 50-60 दिनों में तैयार हो जाती है.
सर्दी और गर्मी दोनों में कर सकते हैं खेती
किसान ने बताया कि बींस की खेती में सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम को भी लगाया गया है, जिसमें इसके पाइप को जिला कृषि उद्यान द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाती है. वहीं इसको लगाने में करीब 3 लाख रुपए तक का खर्च आया है. इस सिस्टम के बाद फसल में समय पर पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो जाती है और इससे पानी की बर्बादी नहीं होती है. गर्मी और ठंड में इस फसल की खेती किसान कर सकते हैं. हालांकि गर्मी के समय इसकी उपज पर प्रभाव पड़ता है.
प्रति एकड़ 25 क्विंटल का उत्पादन
किसान ने बताया कि बींस की खेती में जुताई, बुआई, तुड़ाई और सिंचाई में अधिक पैसे खर्च होते हैं. लेकिन, इससे मुनाफा भी होता है. बींस की उपज प्रति एकड़ लगभग 25 क्विंटल तक होती है. बींस की बाज़ार में अधिक डिमांड भी है. किसान ने बताया कि करीब 2 बीघा की खेती में 2.5 से 3 लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है. इसकी बिक्री के लिए भी परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ती है. स्थानीय व्यपारी खुद खेत पर आकर बींस को ले जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 09:00 IST