Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 22, 2025, 11:54 IST
AI Engineer Atul Subhash Suicide Case : अतुल सुभाष की मां ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इस याचिका में तीन मुख्य मांगें थीं. पहली, व्योम का पता लगाया जाए. दूसरी, उनको व्योम से बात कराई जाए. और तीसरी...और पढ़ें
पिता ने साझा की दर्द भरी कहानी
समस्तीपुर : AI इंजीनियर अतुल सुभाष का सुसाइड मामला आज से कुछ दिनों पहले खूब चर्चा में रहा. AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी. अब अतुल सुभाष और निकिता के बेटे की कस्टडी को लेकर बात हो रही है. अतुल की मां अंजू मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में पोते की कस्टडी को लेकर याचिका दायर की थी, जिस पर कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई करते हुए कहा कि अतुल का 4 साल का बेटा व्योम निकिता के पास रहेगा. इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया किया कि अंजू मोदी स्थानीय अदालत में पोते की कस्टडी के लिए अपील कर सकती हैं.
अतुल की मौत के बाद उनके परिवार को उनके बेटे व्योम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इसलिए अंजू मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका में तीन मुख्य मांगें थीं. पहली, व्योम का पता लगाया जाए. दूसरी, उनको व्योम से बात कराई जाए. और तीसरी, व्योम की कस्टडी उन्हें दी जाए.
फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में रहता है व्योम
अतुल की मां अंजू देवी का आरोप है कि उसका पोता सिर्फ 4 साल का है लेकिन निकिता ने उसे बोर्डिंग स्कूल में डाल रखा है. उसे बच्चे से कोई लगाव नहीं है. वह बच्चे को सिर्फ एक टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है.
7 जनवरी को पता चली थी पोते की लोकेशन
अतुल सुभाष के पिता पवन मोदी ने बताया कि उन्हें अपने पोते की लोकेशन 7 जनवरी को पता चल गई थी. इसके बाद ही उन्होंने कोर्ट में पोते की कस्टडी के लिए याचिका दायर की थी. उन्होंने कहा कि निकिता सिंघानिया ने अपने बेटे को केवल तीन-चार साल की उम्र में बोर्डिंग स्कूल में डाल दी थी. उनके पिता ने यह भी कहा कि यह साफ था कि वह अपने बेटे से कोई प्यार नहीं करती थीं.
90 मिनट का वीडियो जारी कर अतुल ने किया था सुसाइड
अतुल सुभाष ने अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले एक 90 मिनट का वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानियों और अपनी नौकरी व आय के बारे में कई बातें साझा की थीं. इस नोट में उन्होंने अपने करियर से संबंधित कई जटिलताओं का जिक्र किया था, जो उनके जीवन के अंत का कारण बनीं. कैसे निकिता उससे क्या क्या कहती और करवाती थी सारी बातें साझा की.
वीडियो कॉल पर पोते को दिखाया गया
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पवन मोदी और अंजू देवी के पोते को वीडियो कॉल के माध्यम से मिलवाया. इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया कि अंजू देवी अपने पोते की कस्टडी के लिए स्थानीय कोर्ट में अपील कर सकती हैं. पवन मोदी ने कहा कि वह और उनकी पत्नी अब अपने पोते की कस्टडी के लिए याचिका स्थानीय न्यायालय में दायर करेंगे.
अतुल के भाई ने की बात
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को हुई सुनवाई में पता चला कि व्योम फरीदाबाद के सत्ययुग दर्शन विद्यालय में पढ़ रहा है. वह स्कूल के हॉस्टल में रहता है. अदालत के आदेश पर व्योम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसके परिवार को दिखाया गया. अतुल के छोटे भाई विकास मोदी ने व्योम से बात की और उसका हाल-चाल जाना.
Location :
Samastipur,Bihar
First Published :
January 22, 2025, 11:54 IST