नई दिल्ली. ट्रक ऑपरेटरों को सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस का आईपीओ 13 नवंबर को खुला था. इस इश्यू में निवेशक 18 नवंबर तक पैसे लगा सकते हैं. इसका मतलब है कि अब आपके पास इस आईपीओ के शेयरों के लिए बोली लगाने का आपके पास बस एक ही दिन बचा है. वैसे जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस आईपीओ को निवेशकों का ठंडा रिस्पॉन्स ही मिला है. साथ ही ग्रे मार्केट में भी यह इश्यू को जलवा नहीं दिखा पाया है.
पहले दिन यह इश्यू 24 फीसदी बुक हुआ था. आमतौर पर आईपीओ का सब्सक्रिप्शन दूसरे दिन बढ़ता है, लेकिन ज़िंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ के सब्सक्रिप्शन की गति दूसरे दिन धीमी रही. दूसरे दिन इस इश्यू का कुल सब्सक्रिप्शन 32 फीसदी ही हो पाया. रिटेल कैटेगरी में यह 92 फीसदी ही बुक हो पाया. क्यूआईबी कैटेगरी 25 फीसदी तो एनआईआई कैटेगरी 4 फीसदी ही सब्सक्राइब हुई.
259-273 रुपये है प्राइस बैंड
ज़िंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ का प्राइस बैंड 259-273 रुपये प्रति शेयर तय किया है. आईपीओ का एक लॉट 54 शेयरों का है. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से एक रिटेल इन्वेस्टर को आईपीओ में कम से कम 14742 रुपये लगाने होंगे. इश्यू का लगभग 75% योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified organization buyers) के लिए, 10% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए आरक्षित है.
GMP हो गया जीरो
ज़िंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ का जीएमपी भी तेजी से नीचे आया है. आईपीओ खुलने से दो दिन पहले इश्यू का जीएमपी 24 रुपये था. लेकिन, अगले ही दिन जीएमपी शून्य रुपये हो गया. इसका मतलब है कि ग्रे मार्केट का मानना है कि जिंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ की लिस्टिंग सपाट हो सकती है.
पैसे लगाएं या नहीं?
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने जिंका लॉजिस्टिक्स आईपीओ को ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने अपने नोट में लिखा, “ज़िंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड ट्रक ऑपरेटरों के लिए भारत का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म है (उपयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में). देश में 963,345 ट्रक ऑपरेटरों ने वित्त वर्ष 24 में इसके प्लेटफॉर्म पर लेनदेन किया है. मास्टर कैपिटल सर्विसेज ने भी इस इश्यू को ‘सब्सक्राइब’ करने की सलाह दी है.
फंड का क्या करेगी कंपनी ?
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस इश्यू से मिलने वाली राशि में से 200 करोड़ रुपये बिक्री और मार्केटिंग पहल के लिए खर्च करेगी. साथ ही 140 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल ब्लैकबक फिनसर्व में निवेश के लिए किया जाएगा, जबकि 75 करोड़ रुपये प्रोडक्ट डेवेलपमेंट से संबंधित खर्च की फंडिंग तथा एक हिस्सा सामान्य कंपनी कामकाज में लगाया जाएगा.
(Disclaimer: IPO में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 18:51 IST