मछलियां को शिफ्ट करते हुए लोग
कांगड़ा. डल झील में पानी का रिसाव होने के बाद झील के कोने में बनाए गए 2 तालाबों में ताजे पानी की कमी और मछलियों को ऑक्सीजन न मिलने के कारण 12 क्विंटल मछलियों को गुप्त गंगा रोड के साथ बहती बनेर खड्ड में शिफ्ट करवा दिया. प्रशासन ने इस दौरान 12 गाड़ियों का उपयोग किया.
तालाब में जाल डालकर मछलियों को पकड़ा गया, और उसके बाद उन्हें गाड़ी में रखी टंकियों में डाला गया. इस दौरान मत्स्य विभाग की टीमें भी मौजूद रहीं. जिला प्रशासन के अनुसार, पहले मछलियों को नजदीकी खड्ड में डालने का प्लान बनाया गया था, लेकिन मछलियों को लोगों द्वारा पकड़ने के चलते उन्हें बनेर में डाला गया, जहां लोगों के जाने की मनाही है. जिला प्रशासन के मुताबिक, तालाब में अभी भी कई मछलियां बची हैं, जिन्हें शिफ्ट करने के लिए ठेकेदार को कहा जाएगा.
डल झील पर अब तक 4.67 करोड़ रुपए खर्च
धर्मशाला के एसडीएम संजीव भोट ने बताया कि नगर निगम के जेई को प्रारंभिक तौर पर मछलियों को बचाने के कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जल शक्ति विभाग को झील में समय-समय पर पानी की आपूर्ति करने के लिए कहा गया है. अब तक 4.67 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. डल झील के रिसाव का स्थायी हल निकाला जाएगा.
एसडीएम संजीव भोट ने कहा कि डल झील के पानी का रिसाव का विषय प्रकृति के साथ-साथ धार्मिक आस्था से भी जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि नैचुरल रिसोर्सेज को बचाने वाले ग्रुप्स से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उन्होंने एक दक्षिण भारत के झील संरक्षण करने वाले ग्रुप को मेल भी किया है. जैसे ही उनके साथ संपर्क होता है या जवाब आता है, उसके बाद उनकी डीसी के साथ बैठक आयोजित कर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
Tags: Himachal news, Kangra News, Latest hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED :
October 11, 2024, 12:29 IST