धंस रही जमीन, टेढ़ा हो रहा मां भीमाकाली का मंदिर, अब IIT से ली जाएगी मदद

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शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर का प्रसिद्ध भीमाकाली मंदिर का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है. ऐसे में अब मंदिर के इस हिस्से का अध्ययन करने के लिए आईआईटी मंडी की टीम की मदद ली जाएगी.भीमा काली मंदिर न्यास सराहन की बैठक गुरुवार को सर्किट हाउस रामपुर में हुई औऱ मीटिंग में लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी पहुंचे थे.

लोक निर्माण मंत्री ने विक्रमादित्य सिंह ने कह कि मंदिर की वेबसाइट को अपडेट रखा जाए तथा इसमें न्यास की हर गतिविधि के बारे में जानकारी समय-समय पर सांझा की जाए. उन्होंने कहा कि न्यास के कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी है और न्यास एक अत्याधुनिक एंबुलेंस की सुविधा भी शुरू करेगी. बैठक में एंबुलेंस खरीदने की अनुमति भी प्रदान की गई. मंदिर के एक हिस्से के धंसने के बारे में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान ही आईआईटी मंडी के विशेषज्ञ से फोन के माध्यम से बात हुई है और इसमें मंदिर के एक हिस्से के धंसने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि न्यास का संयुक्त बोर्ड प्रमुख स्थानों पर लगेगा जिसमें अधीन आने वाले मंदिरों के बारे में संक्षिप्त जानकारी होगी.

बता दें कि मंदिर भवन के एक हिस्से में हो रहे झुकाव को लेकर आईआईटी मंडी की टीम के माध्यम से स्टडी रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी. बैठक में फैसला लिया गया कि पिछले कई साल से मंदिर का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है. ऐसे में नया निर्माण कार्य या मरम्मत कार्य तभी करवाया जा सकता है, जब इसके बारे में विशेषज्ञ अपनी रिपोर्च देंगे. लोक निर्माण मंत्री ने अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि आईआईटी मंडी से पत्राचार करके तुरंत उक्त मामले में रिपोर्ट तैयार करवाई जाए।

मंदिर न्यास की आय

बैठक में मंदिर की आय पर भी चर्चा हुई और बताया गया कि 30 सितंबर 2024 तक मंदिर न्यास को कुल 3 करोड़ 96 लाख 84 हजार 264 रुपए की आय हुई है, जबकि 83 लाख 81 हजार 406 रुपए विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च किए जा चुके है. न्यास के विभिन्न बैंक खातों में 6 करोड़ 95 लाख 94 हजार 185 रुपए की राशि सावधि के तौर पर जमा है. आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सालाना 03 करोड़ 5 हजार रुपए खर्च होने का अनुमान है. इसमें 1.50 करोड़ रुपए मरम्मत और निर्माण के लिए, बिजली और टेलीफोन बिल आदि के 4 लाख रुपए, मंदिर पूजा में 5 लाख, भंडारे पर 5 लाख रुपए, त्योहारों पर 7 लाख रुपए, वेतन एवं अन्य भत्तों पर 1.50 करोड़ रुपए, हाउस टैक्स व जीएसटी पर 70 हजार, कार्यालय व टीए खर्च पर 1 लाख, छात्रवृत्ति फंड पर 03 लाख रुपए, सेवानिवृति ग्रेच्युटी खर्च पर 01 लाख रुपए, कर्मचारियों पर 3 लाख रुपए का खर्च शामिल है.

भीमाकाली मंदिर बहुत पुराना है.

कहां है ये प्रसिद्ध मंदिर

बता दें कि शिमला से 150 किमी रामपुर के सराहन में माता भीमाकाली का मंदिर है. मान्यता है कि यह मंदिर पांडव काल का है. हालांकि, यहां पर एक मंदिर का निर्माण 1943 में करवाया गया था. कहा जाता है कि यहां पर माता सति का अंग गिरा था. बड़ी संख्या में यहां पर श्रद्धालु आते हैं. मां भीमाकाली सूबे के पूर्व सीएम और विक्रमादित्य सिंह के पिता वीरभद्र सिंह की कुल देवी हैं.

Tags: Former CM Virbhadra Singh, Himachal pradesh, Himachal Pradesh News Today, Hindu Temples, Shimla News, Shimla News Today, Vikramaditya Singh

FIRST PUBLISHED :

October 11, 2024, 14:44 IST

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