दीपक पांडेय/खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के सरकारी अस्पताल में अब मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अत्याधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम लगाया जा रहा है. 1984 में स्थापित इस अस्पताल में यह पहली बार हो रहा है जब इतनी बड़ी और उन्नत फायर सेफ्टी प्रणाली को लागू किया जा रहा है. अस्पताल प्रशासन ने इस नई प्रणाली की स्थापना के लिए लगभग 78 लाख रुपए की मंजूरी दी है, और इसका कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा.
कैसे काम करेगा अत्याधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम
यह नया फायर सिस्टम अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है, जिसमें धुआं उठते ही सबसे पहले फायर अलार्म बज उठेगा. यह अलार्म धुएं के सेंसर से जुड़ा होगा, जो आग लगने की स्थिति में तुरंत सक्रिय हो जाएगा. जैसे ही अलार्म बजेगा, अस्पताल की ऑटोमैटिक पाइपलाइन से पानी की बौछार (स्प्रिंकलर) शुरू हो जाएगी, जो आग पर नियंत्रण पाने में मदद करेगी. यह फायर सेफ्टी सिस्टम अस्पताल के हर हिस्से में लगाया जा रहा है ताकि किसी भी स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
सुरक्षा के साथ-साथ जल प्रबंधन की चुनौतियां
इस फायर सिस्टम को सुचारू रूप से कार्यान्वित करने के लिए अस्पताल परिसर में एक लाख लीटर क्षमता का एक बड़ा पानी का टैंक भी बनाया जा रहा है. यह टैंक फायर सिस्टम को निरंतर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा, जिससे आग पर तुरंत काबू पाया जा सके. हालांकि, पुराने भवन और सीमित जगह के कारण टैंक के निर्माण में कुछ चुनौतियां आ रही हैं. अस्पताल प्रशासन को इस विशाल टैंक के निर्माण के लिए एक उपयुक्त स्थान खोजने की आवश्यकता होगी, क्योंकि इतनी बड़ी क्षमता का टैंक छत पर बनाना संभव नहीं है.
सुरक्षा के साथ सुविधाओं का सुधार
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह चौहान ने जानकारी दी कि अस्पताल में फायर सेफ्टी की इस अत्याधुनिक प्रणाली की मांग पिछले साल शासन से की गई थी, और इस साल इसकी मंजूरी मिलने के बाद इसका कार्य प्रारंभ हो चुका है. इसके साथ ही अस्पताल में सुरक्षा के साथ अन्य आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं, ताकि मरीजों और स्टाफ को एक सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण मिल सके.
मरीजों और अस्पताल स्टाफ के लिए सुरक्षित माहौल
इस अत्याधुनिक फायर सिस्टम की स्थापना से न केवल अस्पताल में सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि इससे मरीजों और उनके परिजनों में एक सुरक्षा का भाव उत्पन्न होगा. इसके चलते किसी भी आगजनी की घटना के समय फायरमैन को अस्पताल के अंदर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. ऑटोमोड सिस्टम से संचालित यह प्रणाली अपने आप सक्रिय होकर बटन दबाते ही पानी की बौछार शुरू कर देगी, जिससे आग को फैलने से पहले ही रोका जा सकेगा.
सुरक्षा में उठाया गया एक बड़ा कदम
खरगोन जिला अस्पताल का यह फायर सेफ्टी सिस्टम न केवल एक सुरक्षा उपाय है, बल्कि यह अस्पताल के बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण सुधार है. मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के साथ ही यह प्रणाली अस्पताल की प्रतिष्ठा और भरोसे को भी मजबूत करेगी. अस्पताल प्रशासन और राज्य सरकार की यह पहल निश्चित रूप से अन्य सरकारी अस्पतालों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी.
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FIRST PUBLISHED :
October 19, 2024, 15:37 IST