हिजबुल्लाह इजरायल पर लगातार रॉकेट और ड्रोन से हमला कर रहा है. शनिवार दोपहर ढाई बजे तक हिजबुल्लाह ने इजरायल पर 180 ताबड़तोड़ रॉकेट दागे. 50 से ज्यादा ड्रोन हमले किए. यहां तक कि सबसे सुरक्षित माने जा रहे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर को भी निशाना बनाया. गनीमत रही कि वहां नेतन्याहू और उनका परिवार मौजूद नहीं था. ऐसे में सवाल है कि इजरायल ड्रोन अटैक क्यों नहीं रोक पा रहा है. एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम क्या सिर्फ मिसाइलों के लिए है. एक्सपर्ट ने इस बारे में डिटेल जानकारी दी है, जिससे साफ लग रहा कि इजरायल इस मामले में कमजोर पड़ता जा रहा है.
जेरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्योरिटी एक्सपर्ट का मानना है कि इजरायल के पास एयर डिफेंस की ताकत काफी मजबूत है, लेकिन जब कम दूरी से हमला होता है, तो उसे कंट्रोल करने में उसे दिक्कत आ रही है. हिजबुल्लाह और हमास को ये बातें पता हैं, इसलिए वे ज्यादातर रॉकेट और ड्रोन से अटैक कर रहे हैं, जिसे आयरन डोम के लिए पकड़ पाना मुश्किल हो रहा है. इजरायल के एक सीनियर सैन्य अधिकारी ने बताया कि अगर बड़े पैमाने पर ड्रोन से हमला हो तो उससे निपटने के लिए इजरायल के पास उचित फोर्स नहीं है.
ड्रोन के पीछे भेजने पड़ रहे विमान
उन्होंने कहा, आज हालत ये हो गई है कि एक ड्रोन को मार गिराने के लिए इजरायल को चार लड़ाकू विमान और एक मिसाइल छोड़ना पड़ रहा है. आईडीएफ के पास हर तरह की मिसाइल से निपटने और जमीन पर जंग लड़ने की अकूत ताकत है. उसका सिक्योरिटी सिस्टम भी चुस्त दुरुस्त है, लेकिन ड्रोन उनके लिए मुसीबत बनता जा रहा है. यही वजह है कि हाल ही में हिजबुल्लाह ने जब गोलान ब्रिगेड सैन्य बेस पर ड्रोन अटैक किया तो भी वे रोक नहीं पाए. इस हमले में इजरायल के 4 सैनिकों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक घायल हो गए थे. इस हमले से पूरा देश हिल गया था.
पहले आर्मी बेस पर हमला और अब नेतन्याहू के घर निशाना
इजरायली आर्मी आईडीएफ यह देखकर खुद शॉक्ड रह गई कि एक अदना सा ड्रोन उसकी मजबूत सुरक्षा को भेदते हुए सैन्य बेस में आकर गिरा और कई सैनिकों की जान ले गया. शुरुआती जांच में ये भी पता चला कि नागरिकों ने आसमान में इस ड्रोन को उड़ते देखा था और सेना को इसके बारे में जानकारी भी दी थी, इसके बावजूद उसे मार गिराया नहीं जा सका.
काफी नीचे उड़ता है ड्रोन, मार गिराने में दिक्कत
तेल अवीव यूनिवर्सिटी ड्रोन और यूएवी के एक्सपर्ट डॉ. लिरन एंटेबी ने कहा, कोई भी सिक्योरिटी सिस्टम पूरी तरह से अभेद नहीं है. हमें अपने अलार्म सिस्टम को और दुरुस्त करना होगा, ताकि काफी पहले पता चल जाए और हम उसे निशाना बना सकें. ड्रोन या यूएवी बहुत कम ऊंचाई पर उड़ता है, और उस वक्त उसे मार गिराना अपने लिए भी खतरनाक हो सकता है. क्योंकि उसमें विस्फोटक भरे होते हैं. ये हमारी कॉलोनियों में गिर सकते हैं, जिनसे विस्फोट हो सकता है और बड़ी तबाही मच सकती है.
Tags: Drone Attack, Hamas onslaught connected Israel, Israel aerial strikes
FIRST PUBLISHED :
October 19, 2024, 18:02 IST