प्रतीकात्मक तस्वीर
सासाराम: बिहार के सासाराम में हाल ही में लागू की गई नई ट्रैफिक व्यवस्था ने वाहन चालकों को सतर्क रहने पर मजबूर कर दिया है. अब छोटी सी गलती भी भारी जुर्माने का कारण बन सकती है. पहले जो लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते थे, वे अब इन नए बदलावों के चलते नियमों का पालन करने लगे हैं. इससे न केवल सासाराम की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हुआ है, बल्कि शहरवासियों को भी राहत मिली है, क्योंकि यातायात अब सुचारू रूप से संचालित हो रहा है.
खासकर पुरानी जीटी रोड पर, जहाँ पहले घंटों तक जाम लगा रहता था, अब स्थिति काफी बदल चुकी है. ट्रैफिक लाइट्स के लगने से वाहन चालकों ने नियमों का पालन करना शुरू कर दिया है, जिससे जाम की समस्या लगभग समाप्त हो गई है. यह बदलाव शहर के लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि पहले इस सड़क पर जाम में फंसना आम बात हो गई थी.
जानिए नागरिकों की राय
सासाराम निवासी रवि देव बताते हैं कि ट्रैफिक लाइट शुरू होने से धीरे-धीरे जाम की समस्या कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग, जो पहले ट्रैफिक नियमों के बारे में अनजान थे, वे भी जल्द ही नियमों को समझने लगेंगे. इसके परिणामस्वरूप, शहर पूरी तरह से जाम से मुक्त हो जाएगा. रवि का कहना है कि पहले लोग बिना किसी नियम का पालन किए मनमाने तरीके से गाड़ी चलाते थे, जिससे अन्य लोगों को काफी परेशानी होती थी. लेकिन अब ट्रैफिक लाइट लगने के बाद अधिकांश लोग नियमों का पालन कर रहे हैं, और शहर में जाम न के बराबर हो गया है.
वरिष्ठ नागरिकों की प्रतिक्रिया
शहर के वरिष्ठ नागरिक श्रीनाथ सिंह ने कहा कि सासाराम में ट्रैफिक लाइट लगाना एक सराहनीय कदम है. इससे लोग नियमों का पालन करेंगे और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी. पहले, ट्रैफिक लाइट न होने के कारण शहर में घंटों तक जाम लगता था, जिससे आम लोगों के साथ-साथ एम्बुलेंस और बड़े अधिकारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. अब ट्रैफिक लाइट्स लगने से लोगों को जाम से काफी राहत मिली है.
प्रशासन की पहल
शहर के निवासी प्रीतांशु पांडे बताते हैं कि पूर्व जिला अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने पहली बार सासाराम में ट्रैफिक लाइट लगाने की पहल की थी, लेकिन उनका तबादला हो जाने के कारण यह योजना पूरी नहीं हो सकी. इसके बाद नवीन कुमार के कार्यकाल में भी ट्रैफिक लाइट लगाने का काम नहीं हो पाया. हालाँकि, वर्तमान जिला अधिकारी के आने के बाद, केवल डेढ़ महीने के भीतर ट्रैफिक लाइट लगाने का कार्य शुरू हो गया, और अब यह व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है. पांडे ने इसे एक सराहनीय कदम बताया और कहा कि इससे जिले के सभी लोग खुश हैं.
पांडे ने ट्रैफिक नियमों के पालन पर भी टिप्पणी की कि अधिकांश लोग अब नियमों का पालन कर रहे हैं. कुछ ग्रामीण इलाकों के लोग, जो इस नई व्यवस्था से अनजान हैं, वे भी जल्द ही इसे समझ जाएंगे और नियमों का पालन करने लगेंगे. सासाराम की नई ट्रैफिक व्यवस्था ने शहरवासियों के लिए एक सुरक्षित और सुगम यातायात अनुभव सुनिश्चित किया है.
FIRST PUBLISHED :
October 20, 2024, 16:00 IST