अगर तेजी से खत्म हो रहे नारियल के पेड़, तो कैसे करें उपचार? जानें कारण

2 hours ago 1
रोग ग्रस्त नारियल का पेड़ रोग ग्रस्त नारियल का पेड़ 

समस्तीपुर:- नारियल के पेड़ का मरना एक गंभीर बीमारी है, जो धीरे-धीरे पत्तियों के सूखने का कारण बनती है और अंततः पेड़ सूखकर मर जाता है. उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में यह समस्या तेजी से बढ रही है, जिससे नारियल उत्पादन को खतरा है. वहीं कारण और लक्षण की बात करें तो नारियल के पेड़ मरने के कई कारण है. इसमें पहला फंगल संक्रमण कारण है. फाइटोफ्थोरा पामिवोरा, फ्यूसैरियम प्रजातियां और थिएलाविओप्सिस पैराडॉक्सा जैसे रोगजनक प्रमुख हैं. वहीं पोटेशियम, मैग्नीशियम और बोरॉन की कमी पेड़ को कमजोर कर देती है. साथ ही कीट संक्रमण से गैंडे के भृंग कीड़े और लाल ताड़ के घुन द्वारा नुकसान होता है. पत्तियों का पीला या भूरा होना, छोटी पत्तियों का मुरझाना, पत्तों के आधार पर रिसाव या काले घाव आदि भी कारण हैं.

वैज्ञानिक एसके सिंह से जानिए बीमारियों के लक्षण
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार सिंह ने प्रबंधन के उपाय में लोकल 18 को बताया कि पेड़ों के बीच उचित दूरी सुनिश्चित करें. मिट्टी की उर्वरता बनाए रखें और आवश्यक पोषक तत्वों का प्रयोग करें. जलभराव से बचें और उचित जल निकासी सुनिश्चित करें.

ये भी पढ़ें:- Karwa Chauth 2024: सुहागिन महिलाएं इस दिन रखेंगी करवा चौथ का व्रत, रात इतने बजे होंगे चंद्रदेव के दर्शन, यहां जानें शुभ मुहूर्त

प्रभावित हिस्सों को हटा कर नष्ट करें
फंगल संक्रमण के लिए कॉपर-आधारित कवकनाशी का उपयोग करें. बोरान और मैग्नीशियम का पत्तियों पर छिड़काव करें, ट्राइकोडर्मा जैसी प्रजातियों का उपयोग करें, लाभकारी बैक्टीरिया और कवक का उपयोग करें, कीटों की नियमित निगरानी और उपचार करें. नारियल के पेड़ों में डाइबैक एक जटिल बीमारी है, जिसे एकीकृत दृष्टिकोण से नियंत्रित किया जा सकता है. शीघ्र पहचान, उचित रोपण और प्रतिरोधी किस्मों का उपयोग इस समस्या के प्रभाव को कम कर सकता है.

Tags: Agriculture, Bihar News, Local18, Samastipur news

FIRST PUBLISHED :

October 18, 2024, 11:34 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article