Agency:ए पी
Last Updated:February 01, 2025, 23:03 IST
Sudan Violence: सूडान में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. ओपन मार्केट पर हमले में 54 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं. अब हालात के और खराब होने की आशंका है.
काहिरा. उत्तर-पूर्वी अफ्रीकी देश सूडान में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ओमदुरमन शहर में एक खुले बाजार पर अर्धसैनिक बल के समूह द्वारा किए गए हमले में लगभग 54 लोगों की मौत हो गई. हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना कई अन्य घायल भी हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा सबरीन बाजार पर किए गए इस हमले में कम से कम 158 अन्य लोग घायल हो गए. यह हमला उत्तर-पूर्वी अफ्रीकी देश में बढ़ते गृहयुद्ध के तहत ताजा घटना है. आरएसएफ की ओर से तत्काल इसपर कुछ नहीं कहा गया है.
देश के कल्चर मिनिस्टर और सरकारी प्रवक्ता खालिद अल-अलीसिर ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि हताहतों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले ने निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को व्यापक रूप से नष्ट कर दिया. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘यह आपराधिक कदम इस मिलिशिया के खूनी रिकॉर्ड में जोड़ता है. यह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है.’ सूडान के डॉक्टर सिंडिकेट ने आरएसएफ के हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि एक गोला अल-नव अस्पताल से कुछ मीटर की दूरी पर गिरा था. उन्होंने कहा कि अस्पताल में लाए गए अधिकांश शव महिलाओं और बच्चों के थे और अस्पताल में मेडिकल टीमों में विशेष रूप से सर्जनों और नर्सों की भारी कमी है.
थम नहीं रहा है खूनी संघर्ष
सूडान में संघर्ष अप्रैल 2023 में शुरू हुआ जब सैन्य और आरएसएफ के नेताओं के बीच तनाव खुली लड़ाई में बदल गया, जो राजधानी खार्तूम और अन्य शहरों में फैल गया. शनिवार का हमला देश के क्रूर गृहयुद्ध में नवीनतम त्रासदी थी. पिछले सप्ताह पश्चिमी क्षेत्र दारफुर के घिरे हुए शहर एल फाशर में एकमात्र एक्टिव हॉस्पिटल पर आरएसएफ के हमले में लगभग 70 लोग मारे गए थे. इस संघर्ष में 28,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, लाखों लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हो गए हैं और कुछ परिवार भूख से बचने के लिए घास खाने को मजबूर हैं.
UN का स्टैंड
संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार समूहों के अनुसार, इस संघर्ष में एथनिक किलिंग्स और रेप जैसी गंभीर अत्याचार शामिल हैं. ICJ ने कथित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों की जांच शुरू की है और बाइडेन प्रशासन ने आरएसएफ और उसके सहयोगियों पर युद्ध में नरसंहार करने का आरोप लगाया है. हाल के महीनों में आरएसएफ को कई युद्धक्षेत्रों में झटके लगे हैं, जिससे सेना को युद्ध में बढ़त मिल गई है. सेना ने गेजीरा प्रांत की राजधानी वाड मेदानी और देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी पर भी नियंत्रण हासिल कर लिया है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 01, 2025, 23:01 IST