दीपेंद्र कुमावत/नागौर. राजस्थान में सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में अब जल्द ही स्मार्ट मीटर लगेंगे. इसके बाद ना तो हर माह मीटर रीडिंग की जरूरत होगी और ना ही मीटर से छेड़छाड़ करके चोरी की जा सकेगी. उपभोक्ता से लेकर डिस्कॉम प्रशासन को सब कुछ ऑनलाइन ही उपलब्ध होगा.
राजस्थान डिस्कॉम प्रशासन ने कुछ इलाकों में सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद अब सभी उपभोक्ताओं के मीटर स्मार्ट करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसके लिए बिजली कंपनियों ने सभी उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर लगाने के लिए टेंडर फाइनल कर लिए हैं. तीनों डिस्कॉम की बात की जाए तो 1.47 करोड़ उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिसकी एवज में 14000 करोड़ रुपए खर्च होंगे. केन्द्र सरकार की रिवैंप स्कीम के तहत जारी इस कवायद में 60 फीसदी राशि केन्द्र से मिलेगी, जबकि 40 फीसदी हिस्सा डिस्कॉम को वहन करना होगा.
किस डिस्कॉम में कितने मीटर और राशि होगी खर्च
अजमेर डिस्कॉम में सर्वाधिक 54 लाख उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे. यहां सभी सर्किलों में 5273 करोड़ रुपए खर्च कर उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे. जोधपुर डिस्कॉम में भी चार हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर करीब 40 लाख उपभोक्ताओं के मीटर बदलने के कार्यादेश दिए गए हैं. वहीं जयपुर डिस्कॉम में 4505 करोड़ रुपए खर्च कर करीब 41 लाख पुराने मीटर को स्मार्ट मीटर में बदला जाएगा.
क्या है स्मार्ट मीटर के फायदे
स्मार्ट मीटर रियल टाइम सिस्टम पर काम करेगा, यानी जैसे बिजली खपत हुई, वैसे ही डिस्कॉम के सर्वर पर सूचना मिलेगी.
सर्वर से सीधे कनेक्ट होने के चलते घर पर रीडिंग लेने की जरूरत नहीं होगी, माह पूरा होते ही ऑनलाइन बिजली बिल बन जाएगा.
उपभोक्ताओं को सीधे मोबाइल पर मिलेगा ऑनलाइन बिल.
यदि उपभोक्ता मीटर से छेड़छाड़ करके बिजली चोरी करता है तो तत्काल सर्वर पर पता चल जाएगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 6, 2024, 09:51 IST