Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:February 01, 2025, 12:53 IST
Kishan Kapoor Dies:हिमाचल प्रदेश के भाजपा के पूर्व मंत्री किशन कपूर का 73 साल की उम्र में निधन हो गया. वह कांगड़ा के दिग्गज नेता थे और 2019 में लोकसभा चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी.
धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री किशन कपूर का चंडीगढ़ पीजीआई में 73 साल की उम्र में निधन हो गया. वह ब्रेम हमरेज के चलते यहां भर्ती थे. किशन कपूर गद्दी समुदाय से आते थे और कांगड़ा के दिग्गज नेता था. वह तीन बार मंत्री भी रहे. पांच बार के विधायक किशन कपूर 2019 में लोकसभा चुनाव भी जीते थे और पूरे भारत में वोटों के मार्जन के हिसाब से यह दूसरी सबसे बड़ी जीत थी. हालांकि, 2024 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया था. तब से वह सियासी तौर पर एक्टिव नहीं थे.
जानकारी के अनुसार, किशन कपूर साल 1970 में जनसंघ और जनता पार्टी के सदस्य बने थे. इसके अलाव, 1978 में युवा मोर्चा सचिव बने. साल 1980 में भाजपा का जब गठन हुआ तो वह भी पार्टी में शामि हो गए. इसके बाद वह 1982-1984 भाजपा के धर्मशाला के मंडल अध्यक्ष रहे. किशन कूपर ने साल 1985 में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में पहला चुनाव लड़ा, हालांकि वह जीत हासिल नहीं कर पाए. साल 1990 में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने उन्हें फिर मौका दिया और उनकी जीत हुई और वह पहली बार विधानसभा पहुंचा. साल 1993 में दूसरी बार धर्मशाला से जीते किशन कपूर 1993-97 विधानसभा में मुख्य सचेतक बनाए गए. इस दौरान 1994 में वह बीजेपी हिमाचल प्रदेश के राज्य कार्यकारिणी सदस्य भी बनाए गए. उधर, 1995-97 तक कांगड़ा जिला बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी उन्हें सौंपी गई.
1998 में तीसरी बार वह धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से जीते और धूमल सरकार में परिवहन, जनजातीय विकास, मुद्रण और स्टेशनरी और कानून मंत्री के रूप में शपथ ली. हालांकि, 2003 में वह धर्मशाला से चुनाव लड़ा और हार गए. 2007 में चौथी बार जब वह से धर्मशाला तो धूमल सरकार में उन्हें 2008 में परिवहन, शहरी विकास, आवास और नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री बनाया गया. बाद में 2009 में विभाग बदलकर उद्योग, श्रम और रोजगार और सैनिक कल्याण मंत्रालय संभाला.
हालांकि, 2012 में धर्मशाला विधानसभा चुनाव में कपूर को हार झेलनी पड़ी. उधर, 2017 में पांचवीं बार धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से जीते और दो साल तक जयराम सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले और चुनाव मंत्री बनाए गए. बाद में साल 2019 में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद चुने गए और पूरे देश में दूसरे नंबर पर सबसे अधिक वोट प्रतिशत के साथ रिकॉर्ड बनाया था. लोकसभा चुनाव में कांगड़ा संसदीय सीट से किशन कपूर की जीत का मार्ज 4.77 लाख रहा था, जो कि देशभर में दूसरा सबसे बड़ा मार्जन था. उन्हें कांगड़ा में कुल पोल हुए वोटों का 72.2 फीसदी वोट शेयर मिला था.
परिवार में कौन-कौन
किशन कपूर के परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं. उनकी एक बेटी और एक बेटा है. किशन कपूर ने 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान बेटे शाश्वत कपूर को टिकट दिलाने की भी कोशिशें की थी. हालांकि, इसमें वह कामयाब नहीं हो पाए थे. 2024 के बाद उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया था.
Location :
Shimla,Himachal Pradesh
First Published :
February 01, 2025, 12:53 IST