मौसमी की खेती
गोपालगंज: गोपालगंज जिले के किसान हमेशा खेती में नए-नए प्रयोग करते रहते हैं. इस बार कुचायकोट प्रखंड के जोगीपुर गांव के किसान सविंदर सिंह अपने नए प्रयोग की वजह से चर्चा में हैं. उन्होंने मौसमी (स्वीट लाइम) की खेती की शुरुआत की है, जिसे देखने के लिए आसपास के गांवों के किसान भी आ रहे हैं और उनका अनुभव जान रहे हैं. सविंदर सिंह बताते हैं कि लगभग दो साल पहले उन्होंने मौसमी के पौधे लगाए थे, और अब एक फसल ले चुके हैं जो काफी अच्छी रही. यह पौधा 15 से 20 साल तक फल देगा, जिससे उन्हें बेहतर आमदनी की उम्मीद है.
सविंदर सिंह बताते हैं कि पहले वह धान और गेहूं के साथ सब्जी की खेती करते थे, जिससे ठीक-ठाक आमदनी होती थी. कुछ नया करने की सोच के साथ एक दिन उन्होंने इंटरनेट पर खेती से जुड़ी जानकारी सर्च की, जहां उन्हें मौसमी की खेती के बारे में पता चला. यह खेती कम खर्च में बेहतर आमदनी का जरिया बन सकती थी. इसके बाद उन्होंने कोलकाता से मौसमी के बीज मंगवाए और 10 कट्ठा खेत में लगा दिए. अब उनके खेत में पौधे अच्छे से बढ़ रहे हैं.
शुरुआत में था जोखिम, अब हो रही है तारीफ
जब सविंदर सिंह ने पहली बार मौसमी के पौधे लगाए, तो उन्हें डर था कि पौधे स्थानीय जलवायु में जीवित नहीं रहेंगे और नुकसान हो जाएगा. लेकिन पौधे मिट्टी के अनुकूल निकले और अच्छी फसल भी तैयार हुई. अब उनके इस प्रयोग की काफी तारीफ हो रही है.
खेतों में बाकी फसलें भी हो रही हैं तैयार
मौसमी के पौधे लगाने के बावजूद खेत पूरी तरह से व्यस्त नहीं होते. दो पौधों के बीच 10 फीट की दूरी होती है, जिसके बीच में वह हर साल मसूर, परवल या दूसरी सब्जियों की फसल भी उगाते हैं. इससे भी उन्हें अतिरिक्त आमदनी होती है. सविंदर सिंह का कहना है कि इस दौरान उनके खेत कभी पूरी तरह से व्यस्त नहीं रहे, जिससे उन्हें किसी बड़े नुकसान का खतरा नहीं हुआ.
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FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 14:44 IST